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टीम इंडिया आईसीसी वर्ल्ड कप के अपने पहले मैच खेलने साउथेम्प्टन में थी। अपने पहले मैच में ही दक्षिण अफ्रिका को हराकर विजयी आगाज किया है। जिसके बाद विराट कोहली एंड टीम काफी सुर्खियों में बनी हुई है। इस दौरान मैदान में महेंद्र सिंह धोनी का विकेटकीपिंग ग्लव्स भी खासे चर्चा में रहा। उनके ग्लव्स पर एक ऐसा मार्क देखने को मिला जिसका महत्त्व काफी ज्यादा होता है। इसकी शक्ति को इस तरह समझ सकते हैं कि इस मार्क वाले बैज को सिर्फ पैरा-कमांडो को ही लगाने की अनुमति है। इस बैज को बलिदान बैज के नाम से जाना जाता है। साथ ही बता दें कि इस बैज को हर कोई प्रयोग में नहीं ला सकता है। टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को क्रिकेट में उनके योगदान को लेकर साल 2011 में प्रादेशिक सेना में मानद लेफ्टिनेंट कर्नल की रैंक दी गई थी।
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बलिदान बैज चांदी के धातु की बनी होती है।
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साल 2011 के नवंबर में धोनी को प्रादेशिक सेना में लेफ्टिनेंट कर्नल के मानद रैंक से सम्मानित किया गया था।
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धोनी साल 2015 में प्रशिक्षित पैराट्रूपर बन गए थे।
धोनी 1 एक मिनट से भी कम समय में 1,250 फीट की ऊंचाई से कूद सफलता पूर्वक लैंडिंग की थी। जिसके बाद उन्होंने प्रतिष्ठित पैरा विंग्स प्रतीक चिह्न प्रदान किया गया।