12 मार्च, एक ऐसा दिन जिसे क्रिकेट के इतिहास में एक शानदार रिकॉर्ड के लिए याद किया जाता है। आज ही के दिन 13 साल पहले साउथ अफ्रीका ने एक ऐसा कारनामा किया था, जो आज भी क्रिकेट फैंस के जहन में ताजा है। साउथ अफ्रीका ने शानदार बल्लेबाज हर्शल गिब्स की बदौलत इस कारनामे को अंजाम दिया था। साउथ अफ्रीका ने 12 मार्च 2006 को जोहानिसबर्ग के वांडरर्स स्टेडियम में वो कर दिखाया था जिसकी कल्पना भी शायद किसी ने कभी की हो। दरअसल, अफ्रीकी टीम ने वनडे इतिहास के सबसे बड़े लक्ष्य का सफलतापूर्वक पीछा करने का रिकॉर्ड अपने नाम दर्ज किया था, जो आज भी कायम है। -
ऑस्ट्रेलिया ने 12 मार्च 2006 को जोहान्सबर्ग में खेले गए वनडे मैच में पहले बैटिंग करते हुए 433 रनों का पहाड़ जैसा स्कोर खड़ा किया। लक्ष्य का पीछा करने उतरी साउथ अफ्रीका ने 434 रन के असंभव से दिखने वाले लक्ष्य को हर्शल गिब्स की 175 रन की पारी के सहारे हासिल करते हुए वनडे में सबसे बड़ा स्कोर चेज करने का वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया। ये रिकॉर्ड आज भी कायम है।
गिब्स ने 111 गेंदों में 175 रन की तूफानी पारी खेली जिसमें 21 चौके और सात छक्के शामिल थे। लेकिन इस यादगार पारी के 11 साल बाद गिब्स ने एक बड़ा खुलासा कर सबको चौंका दिया। गिब्स ने कहा कि उन्होंने 175 रन की तूफानी पारी ‘नशे’ की हालत में खेली थी। -
इस बात का खुलासा गिब्स ने खुद अपनी ऑटोबायोग्राफी ‘टू द पॉइंट: द नो-होल्ड्स-बार्रेड ऑटोबायोग्राफी’ में साल 2017 में किया था। यही नहीं ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर माइक हसी ने भी इस घटना का अपनी किताब में जिक्र किया। उन्होंने लिखा, "सोने से ठीक पहले मैंने अपने होटल के कमरे से बाहर देखा कि गिब्स अभी भी वहां है। गिब्स जब सुबह नाश्ते के लिए आए थे तब भी वो नशे में दिख रहे थे।"
