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टीम इंडिया के ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या आज अपना 24वां जन्मदिन सेलिब्रेट कर रहे हैं। पांड्या का जन्म 1993 में गुजरात के सूरत में हुआ था। वे एक साधारण परिवार से ताल्लुख रखते हैं। उन्होंने 2016 में वनडे और टी-20 इंटरनेशनल में डेब्यू के बाद 2017 में टेस्ट क्रिकेट में में डेब्यु किया। पांड्या के पिता भी उन्हें क्रिकेट में लाना चाहते थे। क्योंकि वे क्रिकेट के बहुत बड़े फैन थे। इतनी कम उम्र में आज पांड्या जिस मुकाम पर हैं वहां तक पहुंचने के लिए उनका सफर आसान नहीं था। आज हम आपको मैगी खाकर भूख शांत करने वाले पांड्या के बारे में कुछ बातें बता रहे हैं।
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पांड्या के पिता का नाम हिमांशु और मां का नाम मलिनी पांड्या है।
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पांड्या के पिता का नाम हिमांशु और मां का नाम मलिनी पांड्या है। उनके पिता न सिर्फ पांड्या को बल्कि अपने दोनों बेटों को क्रिकेटर बनाना चाहते थे और उनकी ये चाहत पूरी हुई। लेकिन उस समय पांड्या के घर की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी। फिर भी उनके पिता चाहते थे कि उनके बेटों को अच्छी क्रिकेट ट्रेनिंग मिले।
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इसीलिए उन्होंने दोनों बेटों को वडोदरा की पूर्व विकेटकीपर किरण मोरे क्रिकेट अकेडमी में दाखिला दिलाया।
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हालांकि पहले तो पूर्व क्रिकेटर किरण मोरे की एकेडमी ने उन्हें दाखिला देने से मना कर दिया था क्योंकि उस वक्त पांड्या की उम्र 12 साल से कम थी। लेकिन बाद में उनके पिता ने कहा कि आप एक बार उसका खेल परख लीजिए। बाद में किरण मोरे की मदद से वे एक तेज गेंदबाज बन गए। मोरे ने हार्दिक और उनके भाई क्रुणाल को अपनी क्रिकेट अकैडमी में 3 साल तक फ्री कोचिंग दी
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इसके बाद हार्दिक पांड्या ने सिर्फ अपने क्रिकेटर करिअर पर ही फोकस किया बजाए पढ़ाई के। बता दें कि पांड्या 9 क्लास फेल है।
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पांड्या ने एक इंटरव्यू बताया था कि एक दौर था जब वे और उनके भाई कुनाल सुबह-शाम दोनों वक्त केवल मैगी खाकर गुजारा करते थे। क्योंकि उनके पास इतने पैसे नहीं होते थे। पैसों की किल्लत से उन्हें मैगी खानी पड़ती थी। क्रिकेट अकेडमी में वे दूसरे की क्रिकेट किट मांगकर गुजारा करते थे।
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हालांकि अब पांड्या और उनके भाई कुनाल 56 भोग का भी आनंद ले सकते हैं। आज पांड्या धन दौलत हर चीज से संपन्न हैं।
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बता दें कि पांड्या के पिता को 2010 में हार्ट अटैक आया जिसके बाद उनके पिता की सेहत ठीक ना होने के कारण उनके पिता को नौकरी से हाथ धोना पड़ा। लिहाजा इसके बाबाद पांड्या की आर्थिक स्थिति और भी खराब हो गई। ऐसे में उन्होंने बताया कि शुरुआती दिनों में दोनों भाई पास के गांव में कुछ पैसे कमाने के लिए क्रिकेट खेलने जाने लगे। तब हार्दिक को मैच खेलने के बदले 400 और उनके भाई कुनाल को 500 रुपए मिल जाते थे। यहां तक कि उस दौरान उनके पास खुद का बल्ला भी नहीं था।
आपको बता दें कि 2014 में विजय हजारे ट्रॉफी के दौरान पांड्या ने इरफान पठान से बल्ला मांगा और उन्होंने उन्हें अपना बल्ला दिया। अब पांड्या टीम इंडिया के जोरदार ऑलराउंडर के तौर पर पहचाने जाते हैं। पिच पर जब पांड्या होते हैं तो उन्हें टीम इंडिया की जीत की आश होती है। अब पंड्या में इन दिनों भविष्य के कपिल देव की छवि तलाशी जा रही है। क्योंकि उनकी बल्लेबाजी, गेंदबाजी हो या फील्डिंग तीनों चीजें कपिल देव से मैच खाती हैं। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज में पंड्या ने अपनी जबर्दस्त छाप छोड़ी है। उन्होंने इस दौरान बॉलिंग, बैटिंग और फील्डिंग तीनों में अपना कमाल का जौहर दिखाया। इस सीरीज में उन्होंने जहां 222 रन बटोरे, वहीं 6 विकेट भी चटकाए। पांड्या के बारे में ये भी बात कही जाती है कि उनका अपना अलग स्टायल होता है। वे ट्रेंड को फोलॉव नहीं करते हैं। चाहे फैंस उनका मजाक उड़ाए या पसंद करें। -
पांड्या के नाम एक शर्मनाक रिकॉर्ड भी दर्ज है। 26 जनवरी 2016 को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए पहले टी-20 मैच में हार्दिक पांड्या को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू करने का मौका मिला। एडिलेड में खेले गए इस मुकाबले में धोनी ने उन्हें 8वां ओवर फेंकने के लिए गेंद थमाई। इस ओवर में पांड्या ने 11 गेंदे फेंकीं क्योंकि उन्होंने पांच वाइड गेंदे फेंकी थीं। पांड्या ने इस ओवर में 19 रन दिए जो कि अपने डेब्यू टी-20 मैच के पहले ओवर में किसी भी गेंदबाज द्वारा सबसे ज्यादा रन लुटाने का रिकॉर्ड है। हालांकि इसके बाद पांड्या को दो बार और गेंद थमाई गई और उन्होंने दो विकेट भी अपने नाम किए। फिलहाल पांड्या अच्छी फॉर्म में हैं। अब न्यूजीलैंड के खिलाफ इसी महीने शुरू होने वाली घरेलू सीरीज में उनसे बड़ी उम्मीदें लगाई जा रही हैं।
पांड्या और उनके भाई कुनाल दोनों ही क्रिकेट में माहिर हैं। गौरतलब है कि इंडियन प्रीमियर लीग के दसवें संस्करण में मुंबई इंडियंस के लिए दो भाईयों ने अब तक शानदार प्रदर्शन किया है। ये दोनों भाई हैं हार्दिक और कुनाल पांड्या। हार्दिक पांड्या तेज गेंदबाजी करते हैं और दाहिने हाथ से विस्फोटक बल्लेबाजी के लिए जाने जाते हैं, वहीं कुणाल पांड्या स्पिन गेंदबाजी करते हैं और बाएं हाथ के विस्फोटक बल्लेबाज भी हैं। इन दोनों खिलाड़ियों ने मुंबई इंडियंस की टीम को अपनी उपस्थिति से काफी संतुलन प्रदान किया है। -
शिखर धवन के साथ पांड्या।
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अपने दोस्तों के साथ पांड्या।
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इरफान पठान के साथ पांड्या।
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परिवार के साथ पांड्या और उनके भाई कुनाल।