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महाशिवरात्रि के मौके पर देश के लगभग हर शिवालयों में भक्तों की भारी भीड़ है। भगवान शंकर को भोग में कई चीजें चढ़ाई जाती हैं जिसमें से एक है बेल पत्र। (Photo: Indian Express)
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लेकिन क्या आपको पता है कि बेलपत्र भगवान शंकर क्यों प्रिय है और शास्त्रों में इसका क्या महत्व है। आइए जानते हैं: (Photo: Indian Express)
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मान्यता
शिवपुराण के अनुसार समुद्र मंथन से निकले विष को भगवान शंकर ने सृष्टि की रक्षा के लिए अपने कंठ में धारण कर लिया था। इससे उनका शरीर तपने लगा और पूरी सृष्टि आग की तरह तपने लगी। (Photo: Indian Express) -
ऐसे में देवताओं और ऋषियों ने शिवलिंग पर जल और बेलपत्र चढ़ाया जिसके बाद विष का प्रभाव कम हो गया तब से ही लोग महादेव को बेलपत्र चढ़ाते आ रहे हैं। (Photo: Indian Express)
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यह भी है मान्यता
वहीं, एक और कथा है जिसमें बताया गया है कि, माता पार्वती ने महादेव को प्रसन्न करने के लिए घोर तपस्या की और बेल पत्र अर्पित किए। उनकी तपस्या देश शिवजी प्रसन्न हुए और उन्हें पत्नी के रूप में स्वीकार किया। तब से ये मान्यता बन गई कि महादेव को बेलपत्र करने से वो प्रसन्न होते हैं। (Photo: Indian Express) -
बेलपत्र तोड़ने के नियम
बेलपत्र तोड़ने के नियम भी हैं। इसे तोड़ते वक्त भगवान शिव का ध्यान करते हुए उन्हें प्रणाम करना चाहिए। साथ ही बेलपत्र को कभी भी टहनी समेत नहीं तोड़ना चाहिए। इसे चढ़ाते समय तीन पत्तियों की डंठल को तोड़कर ही शिवलिंग पर चढ़ाना चाहिए। (Photo: Indian Express) Maha Shivratri पर तलवार, गदा और त्रिशूल लहराते हुए निलगे 10 हजार नागा, ‘हर हर महादेव’ से गूंजी काशी -
कब नहीं तोड़ना चाहिए बेलपत्र
बेलपत्र को चतुर्थी, अष्टमी, नवमी, चतुर्दशी और अमावस्या तिथि पर नहीं तोड़ना चाहिए। इसके साथ ही सोमवार को भी बेलपत्र नहीं तोड़ना चाहिए। (Photo: Indian Express) -
चढ़ाने का नियम
बेलपत्र को अनामिका उंगलियों और अंगूठे से पकड़ कर शिवलिंग पर चढ़ाना चाहिए। बेलपत्र चढ़ाने के बाद जल से शिवलिंग का अभिषेक करना चाहिए। (Photo: Indian Express) -
कभी नहीं होता बासी
वहीं, बेलपत्र एक ऐसा पत्ता है जो कभी भी बासी नहीं होता है। भगवान शिव को हमेशा उल्टा बेलपत्र यानी चिकनी सतह की तरफ वाला भाग स्पर्श कराते हुए चढ़ाना चाहिए। (Photo: Indian Express) -
बेल पत्र चढ़ाने का फल
शिव पुराण के अनुसार अगर श्रावण मास में सोमवार को शिवलिंग पर बेलपत्र चढ़ाते हैं तो एक करोड़ कन्यादान के बराबर फल मिलता है। (Photo: Indian Express) महादेव के 10 सबसे शक्तिशाली मंत्र, महाशिवरात्रि के दिन जरूर करें जाप