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हमारे देश में शहरों के नाम महज पहचान का जरिया नहीं होते, बल्कि वे एक समृद्ध ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर के प्रतीक भी होते हैं। हम रोजाना कई शहरों के नाम सुनते हैं, लेकिन क्या आपने कभी ध्यान दिया है कि कुछ शहरों के नाम के अंत में एक जैसे प्रत्यय जुड़े होते हैं, जैसे ‘पुर’, ‘आबाद’, या ‘गढ़’। (Photo Source: indiarailinfo.com)
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उदाहरण के लिए जैसे कानपुर, रायपुर, गोरखपुर, नागपुर, सहारनपुर, जयपुर, जनकपुर, उदयपुर आदि, जिनमें ‘पुर’ का प्रयोग किया गया है। इसी तरह, हैदराबाद, अहमदाबाद, फैजाबाद जैसे शहरों में ‘आबाद’ प्रत्यय जुड़ा होता है। इसके अलावा, अलीगढ़, आजमगढ़, रामगढ़, फतेहगढ़ में ‘गढ़’ का प्रयोग किया गया है। लेकिन सोचा है कि आखिर इन प्रत्ययों का मतलब क्या है और ये शहरों के नाम में क्यों जुड़े होते हैं? चलिए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं। (Photo Source: indiarailinfo.com)
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‘पुर’ का अर्थ
‘पुर’ शब्द का संबंध प्राचीन वेदों से है, खासकर ऋग्वेद से। ऋग्वेद में ‘पुर’ शब्द का प्रयोग उन स्थानों के लिए किया जाता था जो या तो कोई शहर थे या किला। बता दें, ऋग्वेद लगभग 1500 ईसा पूर्व का ग्रंथ है, यानी आज से लगभग 3500 वर्ष पुराना है। अब समय भले ही बीत गया हो लेकिन यह परंपरा आज भी निभाई जाती है। (Photo Source: indiarailinfo.com) -
इस शब्द का इस्तेमाल महाभारत काल में देखने को मिलता है, जैसे हस्तिनापुर। वहीं, राजा-महाराजाओं के काल में भी इस शब्द का बड़े पैमाने पर इस्तेमाल हुआ, जब उन्होंने शहरों की स्थापना की। उदाहरण के तौर पर जयसिंह द्वारा बसाये गए शहर का नाम जयपुर रखा गया। (Photo Source: indiarailinfo.com)
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‘आबाद’ का अर्थ
‘आबाद’ एक फारसी शब्द है, जिसमें ‘आब’ का अर्थ पानी है। वहीं, आबाद का अर्थ है ऐसी जगह जहां आस-पास पानी मौजूद हो। प्राचीन काल में जब शहरों का विकास होता था, तो पानी के स्त्रोत के नजदीक ही बसाहट की जाती थी, क्योंकि पानी जीवन का आधार होता है। (Photo Source: indiarailinfo.com) -
जैसे गाजियाबाद हिंडन नदी के पास बसा है, इलाहाबाद गंगा-यमुना के संगम पर स्थित है, वहीं मुरादाबाद शहर रामगंगा नदी के किनारे बसा है। इन सभी जगहों का नाम ‘आबाद’ प्रत्यय से जुड़ा हुआ है। यहां तक कि पाकिस्तान का इस्लामाबाद और अफगानिस्तान का जलालाबाद भी इसी परंपरा को दर्शाते हैं। (Photo Source: indiarailinfo.com)
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‘गढ़’ का अर्थ
‘गढ़’ प्रत्यय का अर्थ किला होता है। भारतीय इतिहास में, चाहे वह मुग़ल शासक हों या राजपूत, उन्होंने अपने किलों के माध्यम से अपनी ताकत और क्षेत्र की पहचान को दर्शाने के लिए ‘गढ़’ शब्द का उपयोग किया। (Photo Source: indiarailinfo.com) -
अगर आप अलीगढ़, आजमगढ़, रामगढ़ जैसे शहरों के नामों पर ध्यान देंगे तो पाएंगे कि जिन शहरों में मुगल, राजपूत और अन्य शासकों ने किले बनवाए थे, उनके नाम के अंत में ‘गढ़’ जोड़ा गया है। (Photo Source: indiarailinfo.com)
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