-

भारत में छठ पर्व का बेहद ही खास महत्व है। खासकर बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश में छठ पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। छठ पूजा सूर्य देव और छठी मैया को समर्पित चार दिनों का एक कठोर और आध्यात्मिक पर्व है। (Photo: Indian Express) छठ पर्व पर सूर्य देव को पानी में खड़े होकर क्यों दिया जाता है अर्घ्य? किसने की थी इसकी शुरुआत
-
इस दौरान व्रती सूर्य की उपासना करते हैं जिसमें डूबते और उगते सूरज को अर्घ्य दिया जाता है। छठ पूजा के दौरान महिलाएं पानी में उतर कर सूर्य भगवान को अर्घ्य देती हैं। (Photo: Pexels)
-
इस दौरान महिलाएं नाक से लेकर मांग तक लंबा सिंदूर लगाती हैं। ऐसे में आइए जानते हैं इसका क्या महत्व है? (Photo: Pexels)
-
छठ पर्व के दौरान नारंगी रंग का सिंदूर लगाया जाता है। मान्यता है कि सिंदूर को नाक से लेकर सिर पर लंबी लाइन बनाकर लगाने से पति की उम्र लंबी होती है। (Photo: Pexels)
-
वहीं, नारंगी रंग का सिंदूर भगवान सूर्य की लालिमा का प्रतीक माना जता है जो हमेशा चमकता रहता है। (Photo: Pexels)
-
यह भी मान्यता है कि मांग का सिंदूर जितना लंबा लगा होगा पति की तरक्की भी उतनी ही ज्यादा होगी। इसलिए महिलाएं अपने पति की लंबी आयु और तरक्की के लिए नाक से लेकर मांग तक लंबा सिंदूर लगाती हैं। (Photo: Pexels)
-
हिंदू धर्म में सिंदूर को सुहाग का प्रतीक माना जाता है। वहीं, छठ पूजा में इसे नाक से मांग तक भरने से सुहाग की रक्षा का प्रतीक भी माना जाता है। (Photo: Pexels) छठ व्रत कौन रख सकता है और किसे नहीं रखना चाहिए? करने से पहले जान लें नियम