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कई ऐसे शब्द हैं जिनका इस्तेमाल लगो सदियों से करते आए हैं। इसमें से एक है ‘टच वुड’ जिसका इस्तेमाल भारत में भी किया जाता है। इस शब्द का इस्तेमाल तब किया जाता है जब कोई अच्छी बात का जिक्र वो रहा हो और उन खुशियों पर किसी की बुरी नजर न लग जाए। डर और अनचाहे विचारों से बचने के लिए ‘टच वुड’ या फिर ‘नॉक ऑन वुड’ कहते हैं। (Photo: Pexels) क्यों लगाते हैं भगवान पर चंदन का लेप और माथे पर तिलक, सेहत से कैसे जुड़ा है यह अध्यात्म
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‘टच वुड’ क्यों कहते हैं
लेकिन कभी आपने सोचा है कि ऐसा क्यों कहा जाता है। यह सिर्फ एक आम कहावत नहीं, बल्कि गहरी सांस्कृतिक और ऐतिहासिक परंपरा है। माना जाता है कि लकड़ी को छूना नकारात्मक शक्तियों से बचाव करता है और हमारी उम्मीदों को सुरक्षित रखता है। (Photo: Pexels) -
प्राचीन मान्यताएं
पैगन सभ्यताओं में माना जाता था कि पेड़ों के अंदर देवता, आत्माएं और परियां रहती हैं। जब कोई लकड़ी को छूता या ठोकता था, तो यह शुभ आत्माओं को सहायता के लिए पुकारने का तरीका माना जाता था। साथ ही यह भी मान्यता थी कि ऐसा करने से बुरी आत्माएं अगर बातों को सुन लेती हैं तो भी वह कुछ कर नहीं पाएंगी। (Photo: Pexels) -
बुरी शक्तियों से बचने का तरीका
यह आशीर्वाद पाने और नजर से बचने का उपाय था। इसे अपोट्रोपाइक क्रिया कहा गया। इसका मतलब होता है बुरी शक्तियों को दूर रखने या अच्छे भाग्य को सुरक्षित रखने के लिए किया जाने वाला प्रतीकात्मक काम। (Photo: Pexels) मंदिर या फिर वृक्षों के चारों ओर परिक्रमा क्यों करते हैं? क्या कहते हैं इसे -
ईसाई धर्म में क्या है मान्यता
ईसाई धर्म की मान्यताओं के अनुसार Touch Wood को पवित्र क्रॉस की लकड़ी से जोड़ा जाता है। ऐसा माना जाता है कि असली क्रॉस की लकड़ी में बुरी किस्मत और बुरी आत्माओं से रक्षा करने की दिव्य शक्ति होती है। (Photo: Pexels) -
शारीरिक सुरक्षा का प्रतीक
यूरोप और मध्य-पूर्व में भी टच वुड का इस्तेमाल किया जाता है। लोगों के बीच मान्यता है कि लकड़ी को छूने से हम खुद को बुरी किस्मत से बचा सकते हैं। (Photo: Pexels) -
अलग-अलग परंपराएं लेकिन मतलब एक ही
यह परंपरा लगभग हर संस्कृति में किसी न किसी रूप में मिलती है। तुर्की में लोग लकड़ी पर तीन बार थपथपाते हैं तो वहीं ब्राजील के लोग Bater na madeira कहते हुए लकड़ी पर थपथपाते हैं। ईरान और ग्रीस में भी इसे नजर या बदकिस्मती से बचने का तरीका माना जाता है। ऐसे में देखा जाए तो अलग-अलग सभ्यताओं में लड़की को छूने की मान्यता एक (बुरी शक्तियों से सुरक्षा का उपाय) है। (Photo: Pexels) शाम के वक्त घर में क्यों जलाया जाता है कपूर का तेल और लौंग -
मानसिक सुकून
वहीं, समाजशास्त्रियों का मानना है कि ‘टच वुड’ एक प्रकार की एंग्जाइटी रिचूअल है। यह छोटी सी बात लोगों को यह अहसास दिलाती है कि उनके आसपास कोई शक्ति मौजूद है जो उन्हें बुरी चीजों से बचाने में मदद करेगी। इससे लोगों की उम्मीद कायम रहती है और मानसिक सुकून भी मिलता है। (Photo: Pexels) स्वाहा क्यों बोला जाता है? क्या इसके बिना अधूरी होती है पूजा, जानें क्या है महत्व