-
चैत्र नवरात्रि का पर्व भारतीय संस्कृति में अत्यंत पावन और शक्ति की उपासना का विशेष अवसर माना जाता है। नवरात्रि की शुरुआत घटस्थापना के साथ होती है, जिसमें कलश की स्थापना की जाती है और उस पर एक नारियल रखा जाता है। (Photo Source: Pexels)
-
यह नारियल केवल एक पूजन सामग्री नहीं, बल्कि मां दुर्गा की ऊर्जा और आशीर्वाद का प्रतीक होता है। ऐसे में नवरात्रि समाप्त होने के बाद इसे उचित विधि से हटाना और उसका सही उपयोग करना अति आवश्यक होता है। (Photo Source: Pexels)
-
नवरात्रि के बाद नारियल का क्या करें?
पूरे विधि-विधान से नारियल हटाएं
नवरात्रि की समाप्ति पर सबसे पहले कलश विसर्जन की प्रक्रिया अपनाएं। मंत्रोच्चार के साथ कलश और उस पर रखे नारियल को श्रद्धापूर्वक हटाएं। यह केवल एक धार्मिक प्रक्रिया नहीं, बल्कि देवी के प्रति सम्मान प्रकट करने का एक माध्यम है। (Photo Source: Pexels) -
प्रसाद के रूप में बांटें और ग्रहण करें
पूजा में स्थापित नारियल को देवी को भोग लगाने के बाद प्रसाद के रूप में बांटना शुभ माना जाता है। इसे कन्याओं (कंजकों) को बांटना विशेष फलदायी होता है। आप स्वयं भी इसे प्रसाद के रूप में ग्रहण कर सकते हैं। यह सुख-समृद्धि और सौभाग्य प्रदान करता है। (Photo Source: Pexels) -
नारियल को मंदिर में रखें
अगर आप नारियल को नहीं खाना चाहते, तो उसे लाल कपड़े में लपेटकर अपने घर के मंदिर में माता रानी के पास रख सकते हैं। यह स्थान पवित्रता का प्रतीक होता है और यहां रखने से देवी की कृपा बनी रहती है। (Photo Source: Pexels) -
मुख्य दरवाजे पर बांधें
एक और तरीका यह है कि आप नारियल को लाल वस्त्र में लपेटकर अपने घर के मुख्य द्वार पर बांध दें। इसे शुभ संकेत माना जाता है और ऐसा करने से नकारात्मक ऊर्जा घर में प्रवेश नहीं कर पाती। (Photo Source: Pexels) -
दुकान या ऑफिस में रखें
अगर आप व्यापारी हैं या नौकरी करते हैं, तो इस नारियल को अपनी दुकान या ऑफिस में भी रख सकते हैं। मान्यता है कि इससे व्यवसाय में वृद्धि होती है और कार्य में सफलता मिलती है। (Photo Source: Pexels) -
पवित्र जल में करें प्रवाहित
यदि आप इन तरीकों को नहीं अपना पाते, तो नारियल को पवित्र नदी या किसी बहते हुए जल स्रोत में प्रवाहित कर देना भी एक उचित विकल्प है। इसके साथ-साथ कलश में रखे अन्य पूजन सामग्री जैसे आम के पत्ते, अक्षत, पुष्प आदि को भी जल में प्रवाहित करें। (Photo Source: Pexels) -
क्यों है नारियल का इतना महत्व?
नारियल को “श्रीफल” कहा जाता है, यानी लक्ष्मी स्वरूप। नवरात्रि के दौरान यह नारियल देवी के समक्ष नौ दिन तक स्थापित रहता है, जिससे यह दिव्य ऊर्जा से भर जाता है। (Photo Source: Pexels) -
इसलिए इसे अनादरपूर्वक फेंकना अशुभ माना जाता है। यदि इसे विधिपूर्वक हटाया जाए और सही तरीके से उपयोग किया जाए, तो यह सुख-समृद्धि और शुभ फल प्रदान करता है। (Photo Source: Pexels)
(यह भी पढ़ें: नवरात्रि के मौके पर व्रत के दौरान रहें एनर्जी से भरपूर, घर पर बनाकर पिएं ये 7 जूस और शरबत)
