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महाकुंभ मेले में दो दिनों में करीब 5 करोड़ श्रद्धालुओं ने स्नान किया है। इस दौरान सबसे ज्यादा आकर्षण का केंद्र नागा साधु रहे। नागा साधु कुंभ-महाकुंभ जैसे बड़े सनातनी पर्व पर नजर आते हैं। इसके बाद ये गायब हो जाते हैं। (Photo: PTI)
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नागा साधु ज्यादातर समय हिमालय पर्वत पर बिताते हैं। पहाड़ों पर गुफाओं में ये साधना करते हैं। ऐसे में आइए जानते हैं नागा साधु कितने बजे उठ जाते हैं और कैसा इनका डेली रूटीन होता है। (Photo: PTI)
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नागा संन्यासी के दिन की शुरुआत भोर में तीन-साढ़े तीन बजे हो जाती है। सुबह उठते ही नागा साधु सबसे पहले स्नान करते हैं। (Photo: PTI)
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स्नान के बाद नागा साधु जप में लग जाते हैं। इसके बाद ये हवन करते हैं। फिर पठन-पाठन का काम शुरू होता है। (Photo: PTI) कौन था पहला ‘अघोरी’? क्यों खाते हैं इंसानों की अधजली मांस
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जो नागा साधु पढ़-लिख सकते हैं वो धर्म ग्रंथों के पठन-पाठन करते हैं। (Photo: PTI)
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वहीं, जिन नागा सन्यासियों को पढ़ने नहीं आता है वो जाप करते हैं। इसके अलावा वह लोग सेवा भी करते हैं। जैसे आश्रम की साफ-सफाई समेत आदि काम। (Photo: PTI)
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ये भी कहा जाता है कि नागा साधु दिन में सिर्फ एक बार ही भोजन करते हैं। वो अपना पूरा समय जाप और साधना में लगाते हैं। (Photo: PTI) Maha kumbh में कल्पवास के 21 में से ये 5 नियम बेहद जरूरी, कितने सालों तक करना होता है पालन?
