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रामायण के पात्रों लव और कुश को लेकर कई किंवदंतियां भारतीय उपमहाद्वीप की ऐतिहासिक भूगोल में जीवित हैं। उत्तर भारत और पाकिस्तान के कई शहरों के नामों और उनकी उत्पत्ति को लेकर जो प्रचलित मान्यताएँ हैं, उनमें सबसे प्रमुख है—लवपुरी (लाहौर) और कुशावती (कसूर) की स्थापना का संबंध भगवान राम के पुत्रों से होना। यद्यपि इतिहास और पुरातत्व अपने तर्क और प्रमाण प्रस्तुत करते हैं, किंवदंतियां और स्थानीय मान्यताएं आज भी इन शहरों की सांस्कृतिक पहचान में महत्वपूर्ण स्थान रखती हैं। (Still From TV Series Ramayan)
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लवपुरी यानी लाहौर – लव द्वारा बसाया गया प्राचीन नगर?
हिंदू परंपरा के अनुसार, लव ने एक नगर की स्थापना की थी, जिसे लवपुरी या लवपुर कहा गया। समय के साथ यही नगर आधुनिक लाहौर के रूप में विकसित हुआ। कुछ कथाएं कहती हैं कि लाहौर को प्राचीन काल में नौखर, लोहपुरी, या लवपुर कहा जाता था। लाहौर किले के भीतर स्थित लव मंदिर (Lava Temple) आज भी इस लोकविश्वास की याद दिलाता है। यह मंदिर वर्तमान स्वरूप में सिख काल की देन है, लेकिन इसकी मान्यता इससे कहीं पुरानी मानी जाती है। (Photo Source: Pexels) -
इतिहासकारों ने भी इस मान्यता को पूर्ण रूप से खारिज नहीं किया है। ग्रीक भूगोलवेत्ता प्टोलेमी (Ptolemy) ने 2वीं शताब्दी में जिस नगर लबोकला (Labokla) का उल्लेख किया है, उसका भू-स्थान और नाम कई विद्वानों के अनुसार लाहौर से मेल खाता है। जनरल कनिंघम और विल्फोर्ड जैसे इतिहासकारों ने Labokla को Lava शब्द से जोड़ा है। (Photo Source: Pexels)
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कुशावती या कसूर – क्या कुश द्वारा बसाया गया शहर?
लव के जुड़वां भाई कुश द्वारा कुशावती नामक नगर बसाने की कथा भी उतनी ही प्रसिद्ध है। कई लोग मानते हैं कि यही आधुनिक कसूर (Kasur) का प्राचीन नाम था। (Photo Source: Pexels) -
हालांकि, हिस्टोरिकल रिकॉर्ड्स बताते हैं कि कसूर शहर का आधुनिक स्वरूप 1525 ईस्वी में मुगल काल में विकसित हुआ। ‘कसूर’ नाम को अरबी–फ़ारसी शब्द ‘क़सूर’ (क़िला/महल) से भी जोड़ा जाता है। (Photo Source: Unsplash)
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फिर भी स्थानीय लोककथाएं इस शहर को कुश की भूमि मानती हैं, और निकटता में स्थित लाहौर और कसूर की सांस्कृतिक समानताएं भी इस किंवदंती को ताकत देती हैं। (Still From Film Luv Kush)
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रामायण काल में लव–कुश का राज्य और उत्तर-पश्चिम भारत
रामायण परंपरा के अनुसार, राम ने लव को श्रावस्ती का राजा बनाया, कुश को कुशावती का। दोनों ने मिलकर कश्मीर, सिंधु, हिन्दूकुश और पंजाब के विस्तृत क्षेत्र पर शासन किया। कुछ कथाओं में यह भी माना जाता है कि लव और कुश ने लवपुरी (लाहौर), कुशावती (कसूर), श्रीनगर जैसे नगरों के विकास में भूमिका निभाई। हालांकि, यह इतिहास के दस्तावेजों से निश्चित नहीं है, परंतु हिंदू सांस्कृतिक परंपरा का हिस्सा है। (Photo Source: Unsplash) -
ऐतिहासिक और पौराणिक कथाओं का संगम
लाहौर और कसूर भले ही आज पाकिस्तान में हैं, लेकिन उनकी सांस्कृतिक स्मृति भारतीय सभ्यता और रामायण से जुड़ी रही है। लव मंदिर आज भी लाहौर किले में मौजूद है। टॉलेमी की Labokla का उल्लेख लवपुरी से मिलता-जुलता है। स्थानीय लोककथाएं लव और कुश को इन शहरों का संस्थापक बताती हैं। दूसरी ओर, इतिहासकार इन दावों की पुष्टि करने में सावधानी बरतते हैं और नगरों के वास्तविक विकास काल को मध्यकालीन युग से जोड़ते हैं। (Photo Source: Pexels) -
अखंड भारत की स्मृति और दो प्राचीन नगर
आज लाहौर और कसूर पाकिस्तान में हैं, लेकिन भारतीय संस्कृति की दृष्टि से ये नगर रामायण की कथा-भूमि का हिस्सा माने जाते हैं। समय, सीमाएं और राजनीतिक परिवर्तन भले ही शहरों की पहचान बदल दें, किंतु उनकी सांस्कृतिक जड़ें आज भी लोककथाओं और मान्यताओं के रूप में जीवित हैं। (Still From TV Series Ramayan)
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