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दुनिया में पेट्रोल और डीजल से चलने वाले वाहनों का चलन धीरे-धीरे कम करते हुए ज्यादातर वाहन निर्माता कंपनियां इलेक्ट्रिक, हाइब्रिड और हाइड्रोजन से चलने वाले वाहन बना रही हैं। इस बीच भारत में पहली बार हाइड्रोजन से चलने वाली नाव लॉन्च की गई है।
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देश का पहला हाइड्रोजन क्रूज रविवार देर रात तक कोलकाता से गंगा नदी के रास्ते वाराणसी पहुंच गया। यह जहाज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से चलाया जाएगा। इस शिप का परीक्षण सफलतापूर्वक कर लिया गया है।
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जानकारी के मुताबिक, यह क्रूज वाराणसी और चुनार के बीच चलेगा। इसका संचालन पर्यटन विभाग की देखरेख में किया जाएगा। यदि इसका संचालन सफल रहा तो इसे देश के अन्य शहरों जैसे अयोध्या और मथुरा में भी चलाया जाएगा।
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10 करोड़ की लागत से तैयार हुआ ये जहाज पूरी तरह से हाइड्रोजन फ्यूल से चलता है। हालांकि इस क्रूज में इलेक्ट्रिक इंजन भी लगाया गया है, ताकि हाइड्रोजन फ्यूल खत्म होने की स्थिति में इसे इलेक्ट्रिक इंजन से भी चलाया जा सके।
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ग्रीन हाइड्रोजन से चलने वाले इस क्रूज में न तो वायु प्रदूषण होगा और न ही इससे ध्वनि प्रदूषण होगा। वहीं, इस हाइड्रोजन क्रूज के संचालन से गंगा नदी को भी किसी तरह का नुकसान नहीं होगा।
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20 टन वजन वाले इस क्रूज को कोच्चि के शिपयार्ड में तैयार किया गया है। डबल डेकर और एसी वाला यह क्रूज कई सुविधाओं से लैस है। इस शिप में 50 यात्रियों के बैठने की व्यवस्था है। यह जहाज करीब 28 मीटर लंबा और 5.8 मीटर चौड़ा है।
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जल्द ही इस शिप के संचालन के लिए बनारस टर्मिनल पर 500 किलोग्राम हाइड्रोजन प्लांट स्थापित किया जाएगा। यहीं से हाइड्रोजन सिलेंडर में भरकर शिप तक पहुंचाया जाएगा।
(Photos Source: Twitter/X)
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