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आपने कभी परेड देखी है? ढोल-नगाड़े, मूर्तियां, सजे-धजे लोग और महोत्सव का माहौल। अगर इसी बीच हर जगह पेनिस ही पेनिस नजर आए तो कैसा लगेगा। घिग्गी
बंध गई न। जिस बारे में पब्लिकली पर हम बात करने से कतराते हैं। ऐसी चीजों को टैबू मानते हैं और वही केंद्र बिंदु तो वाकई में अजीब लगेगा। लेकिन जापान में यह बेहद सामान्य बात है। यहां एक महोत्सव में पेनिस को पूजा जाता है। पवित्र स्थल के पास से पेनिस की प्रतिमाएं परेड में निकाली जाती हैं। हम मजाक नहीं कर रहे। जापान में हर साल कनामारा मत्सूरी नाम का महोत्सव मनाया जाता है। इसका पूरा नाम शिंटो कनामारा मत्सूरी है। -
कार्यक्रम का केंद्र बिंदु पेनिस के इर्द-गिर्द होता है। यानी हर जगह इसी थीम की चीजें नजर आती हैं। मसलन कैंडी, उकेरी गई सब्जियां, साज-सजावट और खास
मिकोशी परेड। परेड में स्टील के फालू (पेनिस) की प्रतिमाएं निकाली जाती हैं। -
कार्यक्रम अप्रैल महीने में होता है, जिसे कनायामा जिंजा के पादरी कराते हैं, जो यहां का एक पवित्र स्थल है। परेड और यह कार्यक्रम कावासाकी में कनायामा मंदिर के पास होता है। चूंकि कनायामा कई सालों से ऐसी जगह रहा है, जहां शादीशुदा जोड़े बच्चे की मन्नत मांगने और सुखी दांपत्य जीवन की कामना के लिए आते हैं।
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17वीं से 19वीं सदी (एडो एरा) के दौरान यहां सेक्स वर्कर आती थीं। उन्हें सेक्सुअली ट्रांसमिटेड डिसीसेज़ (एसटीडी) न हों, इसके लिए वह यहां दुआ मांगती थीं।
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सेक्सुअल हेल्थ और बच्चा चाहने वालों से तब जुड़ा एक महोत्सव भी होता था, जो 1800 के आसपास गुम हो गया। फिर साल 1970 में मुख्य पादरी हीरोहिको
नाकामुरा ने उसे दोबारा शुरू करने का फैसला किया। -
खास कर पश्चिमी देशों में इसकी खबरें खूब दिखाई गईं। आज से तकरीबन 10 साल पहले यह एक छोटा सा आयोजन हुआ करता था। -
शुरुआत में यह रात के वक्त मानाया जाता था। जैसे-जैसे इसमें भीड़ बढ़ने लगी, उसे देखकर इसे दिन में मनाया जाने लगा।
शुरुआत में यह रात के वक्त मानाया जाता था। जैसे-जैसे इसमें भीड़ बढ़ने लगी, उसे देखकर इसे दिन में मनाया जाने लगा। -
परेड में तीन तरह के पेनिस होते हैं। पहला- दिखने में बेहद चमकदार होता है। वह मेटल का बना होता है, जिन्हें कंधे पर लोग उठाकर परेड में निकलते हैं।
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दूसरा पुरानी लकड़ी से तैयार किया गया हुआ होता है। वहीं, तीसरा वाला जोसो ग्रुप (सबसे सजे-धजे समूह वाले लोग) लेकर निकलता है। (सभी तस्वीरें: जापान टॉक/जापान गाइड डॉट कॉम/सेलेना हॉय/इंस्टाग्राम)