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सऊदी अरब में एक लड़की के मिनी स्कर्ट और क्रॉप टॉप पहनकर घूमने का एक वीडियो सामने के बाद सोशल मीडिया पर चर्चा शुरू हो गई है और महिला को गिरफ्तार कर लिया गया है। सऊदी में कई लोग इस पर नाराजगी व्यक्त कर रहे हैं तो कई लोग इसका समर्थन कर रहे हैं। दरअसल सऊदी अरब के कानून के अनुसार सार्वजनिक स्थानों पर ऐसे कपड़े पहनना अपराध है। इतना ही नहीं सऊदी अरब में कानून के अनुसार महिलाओं कई काम नहीं कर सकती है। (फोटो- Twitter)
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कपड़ों पर पाबंदी- सऊदी अरब में महिलाओं के लिए एक ड्रेस कोड बनाया गया है, जिसके अनुसार महिलाओं को बाहर अबाया और सिर पर स्कार्फ बांधना आवश्यक होता है। हालांकि चेहरा ढकना आवश्यक नहीं है। साथ ही महिलाएं खूबसूरत दिखने के लिए मेक-अप नहीं कर सकती है।
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बैंक अकाउंट खोलना- सऊदी अरब में महिलाएं बिना पुरुष अभिवावक (गार्जन) के स्वतंत्र रूप से बैंक अकाउंट नहीं खोल सकती है।
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पुरुषों से बात करना- सऊदी में अनजान पुरुष से बात करने पर पांबदी है और उनसे बात करने के लिए एक सीमा तय है। इसलिए देश में कई ऑफिस, सार्वजनिक इमारत, बैंक, विश्वविद्यालय में लिंग के आधार पर अलग-अलग प्रवेश दिया जाता है।
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स्विमिंग को लेकर सख्ती- सऊदी अरब में महिलाएं सार्वजनिक तौर पर पुरुषों के साथ स्विम नहीं कर सकती है, इसी वजह से महिलाओं के लिए अलग से स्विमिंग पूल बने होते हैं।
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खेल में बढ़ावा नहीं- हाल ही में सऊदी अरब ने महिलाओं के बिना ओलंपिक गेम करवाने का प्रस्ताव रखा था। बता दें, वहां महिलाओं को किसी भी खेल के लिए प्रोत्साहित नहीं किया जाता है।
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ड्राइविंग करना- महिलाओं के गाड़ी चलाने पर प्रतिबंध लगाने का कोई आधिकारिक कानून नहीं है, लेकिन धार्मिक मान्यताओं के अनुसार महिलाओं का गाड़ी चलाना गलत है। सऊदी के धार्मिक नेता महिलाओं के गाड़ी चलाने का विरोध करते हैं। 2011 में इसके खिलाफ आवाज भी उठाई गई, लेकिन उससे सफलता नहीं मिल पाई।