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सनातन धर्म में रुद्राक्ष का विशेष महत्व है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इसकी उत्पत्ति महादेव के आंसुओं से हुई है। (Photo: Pexels) सावन में शिव जी और हनुमान जी की एकसाथ पूजा का महत्व, किन ग्रह दोषों का होता है नाश
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सावन के महीने में आइए जानते हैं रुद्राक्ष धारण करने के बाद किन-किन नियमों का पालन करना चाहिए। (Photo: Pexels)
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नियम
1- धार्मिक मान्यताओं के अनुसार रुद्राक्ष धारण करने के बाद तामसिक भोजन को त्याग देना चाहिए। भूलकर भी मांस-मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए। (Photo: Unsplash) शिव के इन 6 आध्यात्मिक मंत्रों से करें खुद को शुद्ध, सावन में जाप करना होता है बेहद फलदायी -
2- किसी के मृत्यु, शोक या फिर अंतिम संस्कार में रुद्राक्ष पहनकर जाना वर्जित है। इससे पहले इसे उतारकर रख देना चाहिए। (Photo: Pexels) सावन के 7 चमत्कारिक उपाय, नौकरी से व्यापार तक में मिल सकती है उन्नति
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3- रुद्राक्ष उतारने के बाद इसे पवित्र स्थान पर रखना चाहिए। (Photo: Unsplash)
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4- हमेशा रुद्राक्ष की माला लाल या फिर पीले रंग के धागे में पहनना चाहिए। (Photo: Pexels) सावन में शिवलिंग पर करने जा रहीं हैं जलाभिषेक तो न करें ये भूल, जानें महिलाओं को छूना चाहिए या नहीं
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5- अगर किसी महिला ने रुद्राक्ष धारण किया है तो मासिक धर्म के दौरान इसे उतार देना चाहिए। (Photo: Pexels) सावन में गंगाजल से जुड़ी कौन-कौन सी गलतियां नहीं करनी चाहिए?
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6- रुद्राक्ष माला को किसी अन्य को नहीं देना चाहिए। (Photo: Pexels)
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लाभ
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार रुद्राक्ष धारण करने से महादेव की कृपा प्राप्त होती हैं और साथ ही सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है। वहीं, कुंडली में सूर्य मजबूत होता है। साथ ही ये भी मान्यता है कि इसे धारण करने से मानसिक तनाव से छुटकारा मिलता है। (Photo: Unsplash) देश में कहां-कहां हैं भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग? जानिए पौराणिक मान्यता