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भूकंप की त्रासदी झेल रहे नेपाल के एक खुले मैदान में अपने अस्थायी पनाहगाह के बाहर बैठे लोग। ग़ौरतलब है कि 25 अप्रैल, 2015 को नेपाल में 7.9 की तीव्रता से आए भूकंप में 3000 से ज़्यादा लोगों की मौत हो गई है और राजधानी काठमांडू पूरी तरह से उजड़ गया है। (फ़ोटो-रॉयटर्स)
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काठमांडू के एक खुले मैदान में अस्थायी पनाहगाह के बाहर एक बच्चा अपने परिवार के साथ। ग़ौरतलब है कि 25 अप्रैल, 2015 को नेपाल में 7.9 की तीव्रता से आए भूकंप में 3000 से ज़्यादा लोगों की मौत हो गई है और राजधानी काठमांडू पूरी तरह से उजड़ गया है। (फ़ोटो-रॉयटर्स)
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काठमांडू के एक खुले मैदान में अस्थायी पनाहगाह के सामने भूकंप प्रभावित परिवार के सदस्य रात का भोजन करते हुए। ग़ौरतलब है कि 25 अप्रैल, 2015 को नेपाल में 7.9 की तीव्रता से आए भूकंप में 3000 से ज़्यादा लोगों की मौत हो गई है और राजधानी काठमांडू पूरी तरह से उजड़ गया है। (फ़ोटो-रॉयटर्स)
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काठमांडू के एक खुले मैदान में अस्थायी पनाहगाह के बाहर बैठी हुई एक महिला। ग़ौरतलब है कि 25 अप्रैल, 2015 को नेपाल में 7.9 की तीव्रता से आए भूकंप में 3000 से ज़्यादा लोगों की मौत हो गई है और राजधानी काठमांडू पूरी तरह से उजड़ गया है। (फ़ोटो-रॉयटर्स)
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भूकंप के बाद काठमांडू के एक खुले मैदान में अस्थायी पनाहगाह के बाहर अपने बच्चे के साथ बैठी मां। ग़ौरतलब है कि 25 अप्रैल, 2015 को नेपाल में 7.9 की तीव्रता से आए भूकंप में 3000 से ज़्यादा लोगों की मौत हो गई है और राजधानी काठमांडू पूरी तरह से उजड़ गया था। (फ़ोटो-रॉयटर्स)
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काठमांडू के एक खुले मैदान में बने अस्थायी पनाहगाह से बाहर झांकता एक लड़का। ग़ौरतलब है कि 25 अप्रैल, 2015 को नेपाल में 7.9 की तीव्रता से आए भूकंप में 3000 से ज़्यादा लोगों की मौत हो गई है और राजधानी काठमांडू पूरी तरह से उजड़ गया है। (फ़ोटो-रॉयटर्स)
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काठमांडू के एक खुले मैदान में बने अस्थायी पनाहगाह में सोता एक लड़का। ग़ौरतलब है कि 25 अप्रैल, 2015 को नेपाल में 7.9 की तीव्रता से आए भूकंप में 3000 से ज़्यादा लोगों की मौत हो गई है और राजधानी काठमांडू पूरी तरह से उजड़ गया है। (फ़ोटो-रॉयटर्स)
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काठमांडू के एक खुले मैदान में बने अस्थायी पनाहगाह से बाहर झांकता एक पुरुष। ग़ौरतलब है कि 25 अप्रैल, 2015 को नेपाल में 7.9 की तीव्रता से आए भूकंप में 3000 से ज़्यादा लोगों की मौत हो गई है और राजधानी काठमांडू पूरी तरह से उजड़ गया है। (फ़ोटो-रॉयटर्स)
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काठमांडू के एक खुले मैदान में बने अपने अस्थायी पनाहगाह से बाहर बैठा एक परिवार। ग़ौरतलब है कि 25 अप्रैल, 2015 को नेपाल में 7.9 की तीव्रता से आए भूकंप में 3000 से ज़्यादा लोगों की मौत हो गई है और राजधानी काठमांडू पूरी तरह से उजड़ गया है। (फ़ोटो-रॉयटर्स)
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काठमांडू के एक खुले मैदान में बने अस्थायी पनाहगाह के बाहर खड़ी एक लड़की। (फ़ोटो-रॉयटर्स)