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पिछले 6 दशकों से पद्मिनी प्रीमियर कंपनी की काली-पीली टैक्सी मुंबईवासियों को सेवा दे रही है। लेकिन अब यह टैक्सी 30 अक्टूबर से सड़कों पर नजर नहीं आएगी। (PTI Photo)
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अब काली-पीली टैक्सी को मुंबई की सड़को से हटा दिया जाएगा। इसके पीछे की वजह ये है कि मुंबई शहर में कैब चलाने की समय सीमा 20 साल है और काली-पीली टैक्सी पिछले 6 दशकों से चल रही है। (PTI Photo)
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बता दें, प्रीमियर पद्मिनी की यह टैक्सी 1964 में मुंबई की सड़कों पर दौड़ना शुरू हुई थी। इस टैक्सी का निर्माण प्रीमियर ऑटोमोबाइल लिमिटेड (PAL) नामक कंपनी ने किया था। (Indian Express Photo)
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उस समय की प्रमुख पद्मिनी कार के मॉडल का नाम फिएट-1100 डिलाइट था, जो 1200 सीसी की कार थी और इसमें स्टीयरिंग के साथ गियर भी था। प्रीमियर पद्मिनी का इंजन छोटा हुआ करता था। इस कार का रखरखाव भी बहुत आसान था। (Indian Express Photo)
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1970 के दशक में इसे प्रीमियर प्रेसिडेंट के नाम से जाना जाता था। बाद में भारतीय रानी पद्मिनी के नाम पर इसका नाम प्रीमियर पद्मिनी रखा गया। (Indian Express Photo)
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साल 2001 में कंपनी ने प्रीमियर पद्मिनी का निर्माण बंद कर दिया। साल 2008 में सरकार ने टैक्सियों की लाइफ 25 साल तय की थी, जिसे साल 2013 में घटाकर 20 साल कर दिया गया। (Indian Express Photo)
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बता दें,काली पीली टैक्सी प्रीमियर पद्मिनी से पहले मुंबई की सड़को से लाल डबल डेकर डीजल बसों को भी हटाया गया है। वहीं अब इस डबल डेकर बस के साथ काली-पीली टैक्सी भी सड़कों से गायब हो जाएगी। (PTI Photo)
