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भारत में विधानसभा चुनावों के नतीजे आने के बाद, हमेशा यह सवाल उठता है कि आखिर एक विधायक (MLA) की सैलरी कितनी होती है और किन-किन सुविधाओं का वह लाभ उठाता है? हाल ही में झारखंड और महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के परिणाम सामने आए हैं। जहां झारखंड में हेमंत सोरेन की पार्टी ने बड़ी जीत दर्ज की, वहीं महाराष्ट्र में बीजेपी, शिवसेना शिंदे गुट और अजित पवार गुट ने बंपर जीत के बाद सरकार बनाने की दिशा में कदम बढ़ा दिए हैं। (PTI Photo) (PTI11_23_2024_000363B)
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इन सब के बीच यह जानना जरूरी है कि इन दोनों राज्यों के विधायकों को कितनी सैलरी मिलती है और अन्य राज्यों के मुकाबले इनकी सैलरी कहां है? चलिए जानते हैं कि इन दोनों राज्यों के विधायकों को कितनी सैलरी मिलती है और भारत में सबसे ज्यादा सैलरी किस राज्य के विधायकों को मिलती है। (PTI Photo)
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बता दें, विधायकों को हर महीने एक निश्चित वेतन मिलता है, जिसे राज्य सरकार द्वारा निर्धारित किया जाता है। हालांकि, यह वेतन हर राज्य में अलग-अलग होता है। इसके अलावा, विधायकों को विभिन्न भत्ते और सुविधाएं भी मिलती हैं, जैसे कि आवास, यात्रा भत्ता, दैनिक भत्ता, वाहन भत्ता, चिकित्सा सुविधाएं, और यहां तक कि निजी सचिव की सुविधा भी उपलब्ध होती है। (PTI Photo)
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इसके अलावा, हर विधायक को अपने क्षेत्र में लोककल्याण कार्यों के लिए एक अलग फंड भी मिलता है, जिसे वे समाज सेवा के लिए खर्च कर सकते हैं। महाराष्ट्र और झारखंड के विधायकों के वेतन में बड़ा अंतर है। महाराष्ट्र के विधायकों को 2.32 लाख रुपये प्रतिमाह सैलरी मिलती है। जबकि, झारखंड के विधायकों को 60,000 रुपये प्रतिमाह सैलरी मिलती है। (PTI Photo)
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वहीं, राज्य के मुख्यमंत्रियों की सैलरी की बात करें तो झारखंड और महाराष्ट्र में भी बड़ा अंतर देखने को मिलता है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री को 3.4 लाख रुपये प्रतिमाह सैलरी मिलती है। महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री देश में सबसे अधिक सैलरी पाने वाले मुख्यमंत्रियों में से एक है। (PTI Photo)
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झारखंड के मुख्यमंत्री को पहले 80,000 रुपये सैलरी मिलती थी, लेकिन हाल ही में इसमें 20,000 रुपये की बढ़ोतरी की गई है, और अब यह 1 लाख रुपये प्रतिमाह हो गई है। यह वृद्धि हाल ही में की गई है। (PTI Photo)
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आपको बता दें, भारत में सबसे ज्यादा सैलरी तेलंगाना के विधायकों को मिलती है। तेलंगाना राज्य में विधायकों की सैलरी और भत्तों को मिलाकर कुल सैलरी 2.50 लाख रुपये प्रति माह हो जाती है। हालांकि, उनकी बेसिक सैलरी 20,000 रुपये ही है, लेकिन उन्हें 2,30,000 रुपये तक के भत्ते मिलते हैं। (PTI Photo)
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वहीं, त्रिपुरा के विधायकों को सबसे कम सैलरी मिलती है, जो महज 34,000 रुपये प्रति माह है। इसका मतलब है कि त्रिपुरा के विधायक देश के अन्य राज्यों के मुकाबले काफी कम वेतन प्राप्त करते हैं। (Photo Source: Dr.Manik Saha/Facebook)
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