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नरेंद्र मोदी सरकार ने नेशनल कैपिटल रीजन (एनसीआर) में ड्राइवरलेस पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम शुरू करने का फैसला किया है। इसका नाम मेट्रिनो रखा गया है। इसके तहत ड्राइवरलेस पॉड कारें चलाई जाएंगी। इस पहल का नेतृत्व ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर नितिन गडकरी कर रहे हैं। आगे की स्लाइड्स में जानें, मेट्रिनो पॉड टैक्सी की खासियत (Metrino PRT Photo)
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गडकरी का कहना है कि मेट्रिनो पॉड सिस्टम का काम दो महीने में शुरू हो जाएगा। इसके तहत, दिल्ली से गुड़गांव के बीच केबल पर चलने वाली कार या पॉड की सर्विस शुरू की जाएगी। (Metrino PRT Photo)
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कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस नेटवर्क का पायलट प्रोजेक्ट 13 किमी के दायरे में होगा। यह गुड़गांव दिल्ली बॉर्डर से सोहना रोड के बादशाहपुर मोड़ तक बनेगा। इसे बनाने में करीब 850 करोड़ रुपए की लागत आएगी। (Metrino PRT Photo)
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मेट्रिनो पॉड्स छोटी कार के साइज की फुली ऑटोमेटिक और ड्राइवरलेस गाडियां होंगी। ये पॉड्स जमीन से 5 से 10 मीटर ऊपर तारों पर चलेंगी। (Metrino PRT Photo)
हर पॉड में अधिकतम पांच लोग सफर कर सकेंगे। सभी पॉड और पूरे रूट पर सिक्युरिटी कैमरों से निगरानी की जाएगी। (Metrino PRT Photo) कहा जा रहा है कि इनकी औसत रफ्तार 50 किमी प्रति घंटा होगा। मेट्रिनो से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि इसकी रफ्तार मेट्रो या बसों से ज्यादा होगी। (Metrino PRT Photo) -
पायलट प्रोजेक्ट के लिए 16 स्टेशन बनाए जाने की योजना है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शुरुआत एंबियंस मॉल से होगी। (Metrino PRT Photo)
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इस प्रोजेक्ट का मकसद एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण की रोकथाम है। साथ ही बढ़ते ट्रैफिक से निजात पाना भी है। (Metrino PRT Photo)