4 मार्च को रिलीज हुई प्रकाश झा की फिल्म जय गंगाजल में मध्यप्रदेश के दो आईपीएस अधिकारियों की स्टाइल देखने को मिलेगी। जिन अधिकारियों की स्टाइल को फिल्म में शामिल किया गया है, वे हैं SAF(स्पेशल आर्म्ड फोर्स) की कमांडेट ईशा पंत और ग्वालियर के SP हरिनारायणचारी मिश्रा। झा ने फिल्म की शूटिंग से पहले इन अधिकारियों से मुलाकात भी की थी और इनकी स्टाइल को नजदीक से देखा था। -
निर्माता-निर्देशक प्रकाश झा फिल्म बनाने से पहले महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, बिहार और दिल्ली के 52 पुलिस स्टेशन गए थे और वहां पुलिसकर्मियों से बातचीत की और उनके काम करने के तरीके को जाना। साथ ही दिल्ली के पूर्व पुलिस कमिश्नर नीरज कुमार को बतौर कंसल्टेंट अपने साथ जोड़ा। कुमार को अपने साथ जोड़ने के पीछे झा का मकसद था कि फिल्म में पुलिस और कानून से जुड़ी कोई गलती न हो।
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फिल्म में आईपीएस अधिकारी आभा माथुर का किरदार निभा रहीं एक्ट्रेस प्रियंका चोपड़ा ने बताया शूटिंग के दौरान उन्होंने निर्देशक झा की खूब टांग खिंचाई की। वहीं झा ने बताया कि हर सुबह सेट पर पहुंचने के बाद मैं उनके पैर छूता था। प्रियंका मुझे आशीर्वाद देती थीं और उसके बाद हम लोग काम शुरू करते थे।
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महाराष्ट्र के सीएम देवेन्द्र फड़णवीस की पत्नी अमृता फडणवीस ने इस फिल्म के जरिए बॉलीवुड में कदम रखा है। पेशे से बैंकर अमृता ने 'जय धन मति' गाने के माध्यम से बतौर सिंगर फिल्म इंडस्ट्री में एंट्री मारी है।
जय गंगाजल की शूटिंग भोपाल में हुई है। ओल्ड भोपाल के जामा मस्जिद चौक बाजार में फिल्म के की सीन फिल्माए गए हैं। -
मूवी साल 2003 में आई प्रकाश झा की फिल्म गंगाजल का दूसरा भाग है। जय गंगाजल में खुद प्रकाश झा ने भी अभिनय किया है।
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पूरी फिल्म बनाने पर करीब 18 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं। इसमें प्रॉडेक्शन और मार्केटिंग कॉस्ट शामिल है। मूवी पूरे देश में करीब 1500 स्क्रीन पर रिलीज की हुई है।
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चार मार्च शुक्रवार को जय गंगाजल, ज़ुबान और लंदन हेज़ फालन (डब) तीनों मूवी एक साथ रिलीज हुई हैं। ऐसे में फिल्मों के प्रदर्शन पर असर पड़ सकता है।
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मूवी की कहानी भ्रष्ट सिस्टम के साथ पुलिसवाले कैसे काम करते हैं पर आधारित है। झा ने एक इंटरव्यू के दौरान बताया था कि उनके परिजन भी उन्हें आईपीएस अफसर बनाना चाहते थे। इसलिए उन्हें दिल्ली पढ़ाई के लिए भेजा था, लेकिन उन्होंने ग्रेजुएशन की पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी थी।
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फिल्म रिलीज से पहले ही विवादों में आ गई थी। बांकीपुर के विधायक नितिन नवीन ने फिल्म पर रोक लगाने के लिए कोर्ट में अर्जी दी थी। लेकिन कोर्ट ने बुधवार को नवीन की अर्जी को खारिज कर दिया। नवीन ने फिल्म में बांकीपुर व लखीसराय शब्द के इस्तेमाल पर सवाल उठाए थे, जिन्हें कोर्ट ने संयोग मात्र माना।