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26 जुलाई 1998 को हमारे देश के 527 जवान शहीद हुए थे और 1363 घायल हुए थे, जिनकी शहादत के लिए आज पूरे देश में कारगिल दिवस मनाया जा रहा है। 26 जुलाई को कारगिल युद्ध में भारत की विजय के 18 साल पूरे हो रहे हैं। 1998 में हमारे देश के जवानों ने कारगिल की पहाड़ियों पर अपना कब्जा किया था, जिसे पाकिस्तान घुसपैठिए हथियाना चाहते थे। सन 1999 में जब सेना ने कारगिल विजय का ऑपरेशन चलाया और करीब 18 हजार फीट की ऊंचाई पर जंग छेड़ दी थी।
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इस जंग में हमारे देश के जवानों की शहादत देनी पड़ा लेकिन वे आखिरी सांस तक लड़ते रहे। उन्हीं शहीदों की शहादत में आज बंगलुरु में बच्चों ने आर्मी ड्रेस पहनकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। (PTI)

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को 16वें करगिल विजय दिवस पर वीर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि इस लड़ाई में हर गांव, कस्बे और शहर ने भूमिका निभाई थी। मोदी ने अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' में कहा, "हर एक भारतीय सैनिक बहादुरी से लड़ा। मैं उन सैनिकों को नमन करता हूं, जिन्होंने प्राणों की परवाह किए बिना देश के लिए लड़ाई लड़ी।" उन्होंने कहा, "करगिल की लड़ाई सिर्फ सीमाओं पर नहीं लड़ी गई। प्रत्येक गांव, शहर और कस्बे ने इसमें योगदान दिया।" भारत 1999 में जम्मू एवं कश्मीर में पाकिस्तानी सैनिकों और आतंकवादियों से लोहा लेने वाले जांबाज वीर सैनिकों की याद में हर साल 26 जुलाई को करगिल दिवस मनाता है। -
बंगलुरु में जवानों को कैंडिल जलाकर श्रद्धांजलि देते बच्चे।
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इस दौरान बच्चों ने न सिर्फ आर्मी की ड्रेस पहनी बल्कि उन्होंने अपने हाथों मे ंगन भी थामी। (pti)
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विजय दिवस पर श्रद्धांजलि देते अमित शाह।

ऑपरेशन विजय हमेशा इसी तरह से याद किया जाएगा। हम अपने जवानों की शहादत को कभी नहीं सकते. (PTI)