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मई 1999 में पाकिस्तान से हुई कारगिल की जंग करीब दो महीने चली थी और 26 जुलाई को भारतीय जवानों ने दुश्मन के दांत खट्टे कर सबसे ऊंची चोटियों में से एक टाइगर हिल पर तिरंगा फहरा दिया था। देश की आन-बान और शान की रक्षा के लिए 527 वीर सपूतों ने शहादत दी थी। 1300 से ज्यादा जवान घायल हुए थे। शहीद होने वाले 71 जवान जम्मू कश्मीर के थे। भारत माता के उन वीर सपूतों की दहाड़ का एहसास हर वर्ष कारगिल विजय दिवस पर आज भी होता है। अमर शहीदों के बलिदान को कभी भुलाया नहीं जा सके इसलिए जंग के मैदान की कुछ चुनिंदा तस्वीरें यहां फिर से रख रहे हैं। कहते हैं कि तस्वीरें में वो ताकत होती है जो आपको फिर से उसी दौर में खींच ले जाती है जब उन्हें उतारा गया था। बता दें कि कारगिल विजय दिवस को कारगिल संघर्ष के तौर पर भी जाना जाता है। ( फोटो साभार- इंडियन एक्सप्रेस आर्काइव और पीटीआई)
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जिस वजह से यह जंग हुई उसके बारे में कहा जाता है कि बड़ी संख्या में पाकिस्तानी सैनिकों और पाक समर्थित आतंकवादियों ने वास्तविक नियंत्रण रेखा से पार कर घुसपैठ की थी और कई चोटियों पर चुपके से कब्जा जमा लिया था। (Source: Express archive photo)
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दुश्मन का उद्देश्य यह था कि कश्मीर और लद्दाख के बीच की कड़ी को तोड़ा जाए और भारतीय सेना को सियाचिन ग्लेशियर से हटाने को मजबूर किया जाए, ताकि भारत की राष्ट्रीय अस्मिता के लिए खतरा पैदा हो।(Source: Express archive photo)
पाकिस्तान ने अपने इस नापाक मंसूबे का नाम 'ऑपेशन बद्र' रखा था। (Source: Express archive photo) -
पाकिस्तान को लगता था कि इस क्षेत्र में किसी प्रकार का तनाव पैदा कर वह कश्मीर को अंतरराष्ट्रीय मुद्दा बनाने में कामयाब होगा। (Source: Express archive photo)
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आखिर में भारतीय रणबांकुरों ने अपनी जान की बाजी लगाकर दुश्मन को खदेड़ दिया था। (Source: Express archive photo)
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कारगिल विजय दिवस को देश के कई हिस्सों में बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। (Source: Express archive photo)
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टाइगर हिल से लौटने के बाद भारतीय जवान। (Express archive photo on 18.07.1999)
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युद्ध के दौरान शरण लेने वाली बच्ची। (Express archive photo)