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Jyotiraditya Scindia Vasundhara Raje Family: देश आजाद होने के बाद कई राजघरानों ने लोकतंत्र में अपनी आस्था दिखाते हुए चुनाव लड़ा और अपने क्षेत्र की जनता का संसद में प्रतिनिधित्व किय़ा। इन राजपरिवारों में से बहुत से अब राजनीति से दूर हो चुके हैं तो वहीं कुछ हमेशा सक्रिय रहे। सिंधिया परिवार (Scindia Family) भी 1957 से आज तक भारतीय राजनीति में काफी एक्टिव है। विजया राजे सिंधिया (Vijaya Raje Scindia) से यशोधरा राजे(Yashodhara Raje) और माधवराव सिंधिया (Madhavrao Scindia) से ज्योतिरादित्य सिंधिया तक यह राजघराना 28 बार लोकसभा सांसद दे चुका है।
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माधवराव सिंधिया की मां और ज्योतिरादित्य की दादी विजया राजे परिवार की पहली सदस्य थीं जो लोकसभा चुनाव जीती थीं। 1957 से 1998 तक वह 8 बार संसद पहुंची। एक चुनाव वह इंदिरा गांधी के खिलाफ लड़ीं जिसमें उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। विजया राजे 2 बार कांग्रेस से, 4 बार भाजपा से, 1 बार जनसंघ और 1 बार निर्दलीय के तौर पर लोकसभा सांसद रहीं। (यह भी पढ़ें: किसी की हो गई मौत तो किसी का हुआ तलाक, जानिए किस हाल में हैं विजया राजे की चारों बेटियां )
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ज्योतिरादित्य सिंधिया के पिता माधवराव 1971 से 1999 तक 9 बार लोकसभा चुनाव लड़े और हर बार जीते। उन्होंने अटल बिहारी जैसे दिग्गज राजनेता को भी चुनाव में धूल चटाई थी। माधवराव सिंधिया ने 6 बार कांग्रेस, 1 बार निर्दलीय, 1 बार जनसंघ, 1 बार मध्य प्रदेश विकास कांग्रेस पार्टी जो उन्होंने खुद बनाई थी, से लोकसभा सांसद रहे। ( यह भी पढ़ें: ‘माधवराव सिंधिया को मत बनाना मंत्री..’, निधन से कुछ दिन पहले इंदिरा गांधी ने बेटे राजीव को दी थी नसीहत )
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वसुंधरा राजे सिंधिया माधवराव की बहन हैं। वह राजस्थान की सीएम रह चुकी हैं। वह 5 बार लोकसभा भी पहुंचीं। वसुंधरा हर बार बीजेपी के टिकट पर लोकसभा का चुनाव जीतीं। ( यह भी पढ़ें: प्रेग्नेंसी में ही हो गया था तलाक, वसुंधरा राजे के बेटे की पिता से 29 साल तक चली लड़ाई )
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यशोधरा राजे ज्योतिरादित्य सिंधिया की सबसे छोटी बुआ है। वह 2 बार लोकसभा सांसद रहीं। दोनों बार वह बीजेपी के टिकट पर संसद पहुंचीं। (यह भी पढ़ें: 12वीं पास हैं ज्योतिरादित्य सिंधिया की सबसे छोटी बुआ, जानिए कितनी संपत्ति की मालकिन हैं यशोधरा राजे )
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धवराव सिंधिया के निधन के बाद उनके बेटे ज्योतिरादित्य राजनीति में कदम रखा। वह कांग्रेस के टिकट पर 4 बार लोकसभा का चुनाव जीते और सांसद बने। 2019 में कांग्रेस के टिकट पर वह चुनाव हार गए। अब वह बीजेपी में हैं। (यह भी पढ़ें: सोने के कप और चांदी के सिगरेट, जानिए ज्योतिरादित्य को विरासत में मिले हैं कैसे और कितने के गहने )
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Photos: PTI and Social Media
