-
डिजनी की बाल फिल्म ‘द जंगल बुक’ को सेन्सर बोर्ड द्वारा U/A सर्टिफिकेट दिया गया है, जिसकी वजह से बॉलीवुड एवं सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाओं का दौर शुरू हो गया है। भारत की कहानी पर आधारित ‘द जंगल बुक’ एक अमेरिकी रोमांचित साहसिक फिल्म है, जिसके निर्देशक जॉन फेवरिओ हैं। इस फिल्म को जस्टिन मार्क्स ने लिखा है।(Photo Source: Youtube)
-
U/A सर्टिफिकेट का मतलब होता है कि फिल्म को देखने के लिए माता-पिता के मार्गदर्शन की जरूरत है। फिल्म शुक्रवार को रिलीज होगी , जबकि अमेरिका में यह फिल्म एक सप्ताह बाद रिलीज होगी। सेंसर बोर्ड ने पिछले साल जेम्स बांड की फिल्म ‘स्पेक्टर’ में एक ‘किस’ की अवधि को कम करके बड़ा विवाद खड़ा कर दिया था, बोर्ड ने ‘द जंगल बुक’ को डरावनी बताया है। (Photo Source: Youtube)
-
इसके पीछे तर्क देते हुए सेंसर बोर्ड प्रमुख पहलाज निहलानी ने अंग्रेजी अखबार डीएनए को बताया कि आप किताब की रेपुटेशन पर मत जाइए। पहले फिल्म देखिए और फिर फैसला किजिए कि फिल्म का कंटेंट बच्चों के लिए सही है या नहीं। फिल्म में थ्री डी इफेक्ट्स बहुत ही डरावने हैं, इसमें ऐसा लगता है कि जानवर दर्शकों पर कूद रहे हैं। इसमें केवल कहानी देखकर ही सर्टिफिकेट नहीं दिया जाता, बल्कि यहां पूरी प्रजेंटेशन की बात है। (Photo Source: Youtube)
-
साथ ही निहलानी ने बताया कि इसमें कहानी बताने के लिए जिस तरह के विजुएल्स इफेक्ट्स यूज किए गए हैं, उन पर गौर करें तो वे बहुत ही डरावने हैं। जंगल बुक में थ्री डी इफेक्ट्स की वजह से जंगली जानवर दर्शकों पर कूदते हुए नजर आते हैं, जो कि डराते हैं। यह पेरेंट्स पर निर्भर करता है कि ये इफेक्ट्स उनके बच्चों के देखने लायक है या नहीं। (Photo Source: Youtube)
सेंसर बोर्ड का यह फैसला लोगों को कतई पसंद नहीं आया। इसके साथ ही लोगों की कड़ी प्रतिक्रियाएं आने लगीं। साथ ही सोशल मीडिया पर लोगों ने इसका मजाक भी उड़ाया। (Photo Source: Youtube) -
बॉलीवुड फिल्म निर्माता मुकेश भट्ट ने इस पर प्रतिक्रियाएं देते हुए कहा कि ‘द जंगल बुक’ को U/A सर्टिफिकेट मिलना बताता है कि यह देश कितना बावला हो गया है। हमने विवेक खो दिया है। ऐसा कहने के लिए मुझे खेद है। यदि ‘जंगल बुक’ को U/A सर्टिफिकेट मिल रहा है, तब तो सरकार को सीबीएफसी के बारे में कुछ गंभीरता से विचार करना चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि यदि आप मुझसे पूछते हैं कि क्या सीबीएफसी को कूडे़दान में फेंक देना चाहिए, तो मेरा मानना है कि वह सीबीएफसी के लिए सही जगह है।(Photo Source: Youtube)
-
सीबीएफसी प्रमुख पहलाज निहलानी द्वारा दिए गए तर्क के बारे में पूछा गया, तो भट्ट ने बताया कि मैं निहलानी के बारे में नहीं बोल रहा हूं। वह तो केवल उन लोगों की कठपुतली हैं, जिन्होंने उन्हें सीबीएफसी प्रमुख बनाया है। इसमें कुछ विलक्षण सोच होनी चाहिए। यदि ‘जंगल बुक’ को U/A सर्टिफिकेट मिल सकता है, तो यह भारत के लिए लज्जा की बात है।(Photo Source: Youtube)
-
अभिनेता आयुषमान खुराना भी सेंसर बोर्ड के फैसले से हैरान हैं। उन्होंने कहा कि कि यह अकल्पनीय है। मुझे नहीं पता कि सर्टिफिकेट देने के क्या मापदंड हैं। हो सकता है कि इस फैसले के पीछे फिल्म में भगीरा और शेरखान के 3डी इफेक्ट के इफेक्ट्स की वजह से ऐसा किया गया हो। आजकल बच्चे बच्चे कहानियां पढ़ते रहते हैं और कैप्टन अमेरिका जैसी मूवी देखते हैं, आखिरकार ये एनिमटेड फिल्म हैं। (Photo Source: Youtube)
-
8 अप्रैल को रिलीज होने वाली मूवी के हिंदी वर्जन के लिए बॉलीवुड स्टार इरफान खान और प्रियंका चोपड़ा ने आवाज दी है। (Photo Source: Youtube)
-
(Photo Source: Youtube)
-
(Photo Source: Youtube)
