-
भारत के मशहूर कवियों और शायरों में से एक कुमार विश्वास जब भी किसी प्रोग्राम में जाते हैं तो अपने बारे में कुछ न कुछ बातें साझा जरूर करते हैं। (Photo: Dr. Kumar Vishwas/FB)
-
1992 का वादा
एक प्रोग्राम के दौरान कुमार विश्वास ने बताया कि साल 1992 में उन्होंने खुद से एक वादा किया था जिसे पूरा भी किया। (Photo: Dr. Kumar Vishwas/FB) -
ये तो सबको पता है कि कुमार विश्वास की साहित्य में रुची पहले से ही थी लेकिन घरवालों के चलते उन्होंने इंजीनियरिंग में एडमिशन लिया। हालांकि, ये पढ़ाई उन्होंने बीच में ही छोड़ दी थी। (Photo: Dr. Kumar Vishwas/FB)
-
इंजीनियरिंग छोड़ने के बाद उन्होंने अपनी पसंदीदा ‘साहित्य’ की पढ़ाई की और आज उनकी पहचान पूरी दुनिया में है। (Photo: Dr. Kumar Vishwas/FB)
-
ये था वो वादा
कुमार विश्वास ने साल 1992 में खुद से वादा किया था कि, ‘एक दिन वो हिंदी की कविता जो कुर्ते-पाजामे में है, जो एक गांधी आश्रम के एक झोले में है, जो रबड़ की चप्पल में है वो इंटरनेशनल ब्रांड बने। पूरी दुनिया में जाए’। (Photo: Dr. Kumar Vishwas/FB) -
आज पूरी दुनिया करती है सलाम
कुमार विश्वास ने अपने इस वादे को पूरा भी किया। आज वो न सिर्फ भारत बल्कि दुनिया के कई देशों में मशहूर हैं। कई बड़े देशों में वो कविता पाठ और शायराना प्रोग्राम में शिरकत करने जाते रहते हैं। (Photo: Dr. Kumar Vishwas/FB) कितना महंगा है कुमार विश्वास के दामाद की कंपनी का दूध? इतना है एक लीटर का दाम -
कौन लोग किस्से-कहानियों में कैद हो जाते हैं
कुमार विश्वास कहते हैं कि इस देश ही नहीं बल्कि दुनिया में भी आदत है कि जिन लोगों से हमें सीखना चाहिए उनसे जब नहीं सीख पाते हैं तो ऐसे लोगों को किस्से-कहानियों में कैद कर देते हैं। (Photo: Dr. Kumar Vishwas/FB) -
पृथ्वी पर जितने भगवान ने अवतार लिया उन्होंने ये सिखाया
उदाहरण के तौर पर कुमार विश्वास कहते हैं कि, जैसे दुनिया में जितने भगवान आए हैं, जितने भी अवतार आए हैं उन्होंने इंसानों की तरह जिंदगी जी है। उन्होंने बड़ी से बड़ी चुनौतियों से लड़कर हमें बताया है कि कैसे जीया जाता है। (Photo: Dr. Kumar Vishwas/FB) -
हुनर होना चाहिए
हुनर के लिए कोई चीज आवश्यक ही नहीं है। मुट्ठी भर हाथ में रेत हो तो हुनर बोलता है। (Photo: Dr. Kumar Vishwas/FB) -
ये करना बंद कर दिया तो जिंदगी बेकार है
ईश्वर ने जो हमें दिया है वो अपने बस थोड़ा सा कम दिया है। ईश्वर बनने की सारी संभावनाओं के साथ दिया है। लेकिन हमको लगता है कि ये करना मुश्किल है। इसलिए सपनों के पीछे अगर आपने जागना बंद कर दिया तो जिंदगी बेकार है। (Photo: Dr. Kumar Vishwas/FB) -
चुनौती आए तो क्या करें
जब भी जीवन में कोई चुनौती आती है और आपने उससे लड़ लिया तो आगे उसे हंसकर याद करते हैं। इसलिए हर चुनौती को स्वीकार करें और बिना घबराए उसका सामना करें। (Photo: Dr. Kumar Vishwas/FB) कुमार विश्वास ने कभी 117 रुपये का भरा था फॉर्म आज 117 करोड़ रुपये वसूल चुके हैं