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नहाने की आदत दुनिया भर में अलग-अलग तरीकों से पाई जाती है। जहां कुछ लोग दिन में कई बार नहाते हैं, वहीं कुछ लोग कई दिनों तक बिना नहाए रहते हैं। लेकिन दुनिया में एक ऐसी जनजाति भी है, जिनकी महिलाएं अपनी पूरी जिंदगी में सिर्फ एक बार नहाती हैं, और वह भी सिर्फ अपनी शादी के दिन। (Photo Source: Lisa Kristine/Facebook)
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यह अजीब सी सुनाई देने वाली बात अफ्रीका के उत्तरी नामीबिया में बसने वाली हिम्बा जनजाति की है। चलिए जानते हैं कि ये लोग बिना नहाए कैसे खुद को साफ रखते हैं और इस अनोखी परंपरा के पीछे क्या कारण है। (Photo Source: @dade.shinji/instagram)
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हिम्बा जनजाति: एक अर्ध-खानाबदोश समुदाय
हिम्बा जनजाति अफ्रीका महाद्वीप के उत्तरी नामीबिया में रहती है। यह जनजाति अर्ध-खानाबदोश है, यानी ये लोग जंगलों में बसी एक सख्त लाइफस्टाइल जीते हुए प्राकृतिक संसाधनों पर निर्भर रहते हैं। (Photo Source: @karinbroerse/instagram) -
इस जनजाति की महिलाएं अपनी पूरी जिंदगी में केवल एक बार, अपनी शादी के दिन ही नहाती हैं। हालांकि, यह परंपरा सदियों से चली आ रही है और आज भी यह जनजाति अपनी पुरानी परंपराओं का पालन करती है। (Photo Source: Africa is Home tourism center/Facebook)
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उनका समाज घनघोर जंगलों में रहने के बावजूद अत्यधिक समृद्ध सांस्कृतिक धरोहरों से संपन्न है। हिम्बा लोग अपनी अनोखी परंपराओं, रंगीन आभूषणों और विशेष लाल गेरू रंग के कारण पहचाने जाते हैं। इनकी आबादी लगभग 50,000 है। (Photo Source: @steph_et_mike/instagram)
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हिम्बा महिलाओं का अनोखा स्नान तरीका
ऐसे में अगर हिम्बा महिलाएं नहाती नहीं हैं, तो फिर वे अपने शरीर को कैसे साफ और स्वस्थ रखती हैं? इसका उत्तर है धुएं का स्नान। हिम्बा महिलाएं खुद को साफ रखने के लिए खास प्रकार का स्नान करती हैं। (Photo Source: @lasudri/instagram) -
वे जड़ी-बूटियों को उबालकर उस भाप से अपने शरीर को शुद्ध करती हैं। इस भाप से न केवल वे खुद को साफ करती हैं, बल्कि यह तरीके उनके शरीर से बदबू को भी दूर करते हैं। (Photo Source: African Report files/Facebook)
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लोशन का इस्तेमाल
हिम्बा महिलाएं अपनी त्वचा को धूप से बचाने के लिए खास लोशन का भी इस्तेमाल करती हैं। यह लोशन जानवरों की चर्बी और हेमाटाइट नामक खनिज से बना होता है, जो उनकी त्वचा को न केवल सूर्य की हानिकारक किरणों से बचाता है बल्कि इसे मुलायम भी बनाता है। (Photo Source: The tribe/Facebook) -
इस लोशन की मदद से उनकी त्वचा पर गहरी लाल रंग की परत जम जाती है, जो हिम्बा जनजाति की महिलाओं का एक विशेष लुक बनाती है। इस जनजाति की महिलाओं को अफ्रीका में सबसे खूबसूरत माना जाता है। (Photo Soure: The tribe/Facebook)
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परिधान और आभूषण
हिम्बा महिलाएं अपने बालों में लाल मिट्टी और चर्बी लगाकर अनोखे हेयरस्टाइल बनाती हैं। वे बड़े-बड़े आभूषण पहनती हैं, जो उनके वैवाहिक स्थिति और सामाजिक प्रतिष्ठा को दर्शाते हैं। (Photo Source: The tribe/Facebook) -
हिम्बा जनजाति की संस्कृति और लाइफस्टाइल
हिम्बा जनजाति के लोग कृषि, पशुपालन और शिकार में माहिर होते हैं। इनकी लाइफस्टाइल पूरी तरह से प्राकृतिक संसाधनों पर आधारित है। ये लोग गाय, बकरी और भेड़ पालते हैं, और गायों का दूध निकालने की जिम्मेदारी महिलाओं पर होती है। (Photo Source: The tribe/Facebook) -
हिम्बा लोग मुख्य रूप से दलिया खाते हैं, जो मक्का या बाजरे से बना होता है। विशेष अवसरों जैसे शादी या उत्सवों पर वे मांसाहारी भोजन का सेवन करते हैं। (Photo Source: @hererofilm/instagram)
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हिम्बा जनजाति की धार्मिक और सांस्कृतिक परंपराएं
हिम्बा जनजाति का अपने पर्यावरण से गहरा रिश्ता है। इनकी सांस्कृतिक परंपराएं बहुत पुरानी हैं, जिनमें जन्म लेने की प्रक्रिया भी बेहद दिलचस्प है। इस जनजाति में बच्चे का जन्म तब माना जाता है, जब महिला बच्चे के बारे में सोचने लगती है। (Photo Source: The tribe/Facebook) -
इसके बाद, वे बच्चे से जुड़े गीत सुनने की प्रक्रिया शुरू करती हैं और एक विशेष गीत भी रचती हैं। यही गीत आगे चलकर उस बच्चे की पहचान बन जाता है और जीवनभर उसके साथ रहता है। (Photo Source: @joel.ferre.988/instagram)
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हिम्बा जनजाति का समाज और सम्मान
हिम्बा जनजाति के समाज में गाय का विशेष स्थान है। गाय को सम्मानित माना जाता है और यह समाज की पहचान का एक हिस्सा है। जिनके पास गाय नहीं होती, उन्हें सम्मान की नजरों से नहीं देखा जाता। गायों की देखभाल और उनके दूध निकालने का काम महिला करती है, जो समाज में एक विशेष स्थान प्राप्त करती हैं। (Photo Source: @leyla.oryx/instagram) -
हिम्बा जनजाति पर आधुनिकता का असर क्यों नहीं पड़ा?
दुनिया भले ही चांद और मंगल तक पहुंच गई हो, लेकिन हिम्बा जनजाति अब भी अपनी हजारों साल पुरानी परंपराओं को जीवित रखे हुए है। आधुनिकता और तकनीक का इस समुदाय पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा। नामीबिया सरकार भी इनकी संस्कृति को संरक्षित करने के लिए प्रयासरत है। (Photo Source: The tribe/Facebook)
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