जॉर्जिया के पूर्व राष्ट्रपति मिखाइल साकाश्विली के समर्थक भारी विरोध के बाद अपने नेता को पुलिस की गिरफ्त से छुड़ाने में कामयाब हो गए। 5 दिसंबर के दिन कीव में पुलिस ने जब यूक्रेनी विपक्षी नेता साकाश्विली को गिरफ्तार किया तब सैंकड़ों की संख्या में उनके समर्थक वहां जुट गए और पुलिस का कड़ा विरोध किया, जिसके बाद साकाश्विली को छोड़ दिया गया। (फोटो सोर्स- Reuters) -
लोगों का विरोध उस वक्त शुरू हुआ जब यूक्रेन की सुरक्षा सेवा- SBU के अधिकारी साकाश्विली को गिरफ्तार करने कीव स्थित उनके घर पहुंचे। साकाश्विली ने खुद को बचाने की बेहद कोशिश भी की, वह घर की छत पर चढ़ गए और वहां से कूदने की धमकी भी दी, लेकिन SBU के लोगों ने उन्हें पकड़ लिया और गाड़ी में डाल दिया। (फोटो सोर्स- Reuters)
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उसी वक्त जिस गाड़ी में साकाश्विली को डाला गया था, उसे कई लोगों ने घेर लिया और गिरफ्तारी का विरोध करने लगे। पुलिस ने लोगों को रोकने के लिए आंसू गैस का इस्तेमाल करने की भी कोशिश की, लेकिन उसका लोगों पर कोई असर नहीं पड़ा।
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कई घंटों के विरोध और कोशिशों के बाद साकाश्विली के समर्थकों ने उन्हें आजाद करा लिया। पुलिस की पकड़ से छूटने के बाद साकाश्विली ने लोगों की एक मार्च को लीड किया और उन्हें संबोधित करते हुए प्रेसिडेंट पेट्रो पोरोशेंको के इस्तीफे की मांग की।
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49 वर्षीय साकाश्विली ने लोगों को संबोधित करते हुए उनसे पेट्रो के खिलाफ आवाज उठाने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा, 'मैं यूक्रेन के लिए मर जाऊंगा।'
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बता दें कि साकाश्विली 25 जनवरी 2004 से 17 नवंबर 2013 तक लगातार दो कार्यकालों तक जॉर्जिया के राष्ट्रपति रहे, लेकिन तीसरी बार उन्हें राष्ट्रपति का चुनाव लड़ने से रोक दिया गया। 2013 प्रेसिडेंशियल चुनाव के बाद साकाश्विली ने जॉर्जिया छोड़ दिया और यूक्रेन आ गए।
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उन्होंने 2014 के यूक्रेनियन आंदोलन और यूरोमाइडन आंदोलन को सपोर्ट किया। 30 मई 2015 में राष्ट्रपति पेट्रो ने साकाश्विली को ओडेसा ओब्लास्ट (रीजन) का गवर्नर नियुक्त किया। उन्हें यूक्रेनियन नागरिकता भी दे दी गई, लेकिन जॉर्जिया में दोहरी नागरिकता को मान्यता प्राप्त नहीं है, इसलिए उनकी जॉर्जियन नागरिकता को रद्द कर दिया गया।
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7 नवंबर 2016 को साकाश्विली ने पेट्रो पर भ्रष्टाचार फैलाने का आरोप लगाते हुए गवर्नर के पद से इस्तीफा दे दिया। उसके चार दिन बाद ही उन्होंने नई राजनीतिक पार्टी (मूवमेंट फॉर न्यू फोर्सेज) बनाने का भी ऐलान कर दिया।
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जुलाई 2017 में जिस वक्त साकाश्विली यूएम में थे पेट्रो ने उनकी यूक्रेन की नागरिकता रद्द कर दी, जिसके बाद जॉर्जिया के पूर्व राष्ट्रपति बिना किसी राष्ट्र की नागरिकता प्राप्त व्यक्ति बन गए।
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नागरिकता रद्द हो जाने के बाद साकाश्विली ने यूक्रेन वापसी का ऐलान करते हुए कहा कि वह यूक्रेन को भ्रष्टाचार मुक्त बनाएंगे। जिसके बाद से ही उन्होंने राष्ट्रपति पेट्रो के इस्तीफे की मांग करते आंदोलन छेड़ दिया है। साकाश्विली के समर्थकों की संख्या काफी ज्यादा है।