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वृंदावन वाले आध्यात्मिक गुरु प्रेमानंद जी महाराज इस वक्त अपनी स्वास्थ्य को लेकर काफी चर्चा में हैं। उनकी दोनों किडनियां खराब हो चुकी हैं और रोज डायलिसिस हो रही है। इस बीच उनसे मिलने मशहूर यूट्यूबर और बिग बॉस ऑटीटी 2 के विनर एल्विश यादव पहुंचें। (Photo: Still From Bhajan Marg Official/Insta) प्रेमानंद महाराज के 10 अनमोल वचन, जो बदल सकते हैं आपकी जिंदगी
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प्रेमानंद महाराज जी से बातचीत के दौरान एल्विश यादव ने उनसे वादा किया है कि वह रोज 10,000 बार नाम का जप करेंगे। ऐसे में आइए जानते हैं दस हजार बार मंत्र का जप करने से क्या होते है और इसके क्या महत्व है। (Photo: Still From Bhajan Marg Official/Insta)
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हिंदू धर्म में मंत्र जप का विशेष महत्व है। धर्म शास्त्रों में नियमित मंत्र जप के द्वारा भगवान को प्रसन्न करने का विधान है। साधक प्रतिदिन पूजा और आरती के समय मंत्रों का जप कर अपने आराध्य देवों को प्रसन्न कर सकता है। (Photo: PremanandJi Maharaj/FB)
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कितने प्रकार के होते हैं मंत्र
मंत्र कई प्रकार के होते हैं जिनका प्रयोग अलग-अलग उद्देश्यों के लिए किया जाता है। शांति मंत्र, शुद्धि मंत्र, विशिष्ट प्रयोजन मंत्र, सामान्य प्रयोजन मंत्र आदि। मुख्य रूप से मंत्र तीन प्रकार के होते हैं, वैदिक या सात्विक मंत्र, तांत्रिक मंत्र और साबर मंत्र। इन तीनों प्रकार के मंत्रों का अपना-अपना महत्व है। (Photo: Pexels) -
शरीर में बदलाव
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार मंत्र काफी प्रभावशाली होते हैं। इसके जरिए शरीर के अंदर सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। मान्यताओं के अनुसार मंत्र या नाम जप करने से शांति, शारीरिक-मानसिक स्वास्थ्य में सुधार, नकारात्मक ऊर्जा को दूर, एकाग्रता बढ़ाना, आध्यात्मिक विकास करना और परमात्मा से जुड़ने का माध्यम है। (Photo: Pexels) -
सबसे प्रभावी कौन सा मंत्र?
आमतौर पर 7, 9, 108 या 1008 बार नाम जप किया जाता है। इसमें से सबसे प्रभावी 108 बार जप करना माना जाता है। इन मंत्रों का जप छोटी साधना के लिए किया जाता है। (Photo: Pexels) -
मिलते हैं ये लाभ
10 हजार बार नाम जप करने से बाधाओं से मुक्ति, नकारात्मक ऊर्जा से छुटकारा, सही निर्णय लेने में आसानी और साथ ही करियर में सफलता भी मिल सकती है। इसके साथ ही आत्मविश्वास भी बढ़ता है। (Photo: Pexels) प्रेमानंद महाराज के अनुसार बच्चों की दिनचर्या कैसी होनी चाहिए? ये 9 आदतें बनाती हैं महान -
शरीर में होता है यह बदलाव
दस हजार बार नाम जप करने से व्यक्ति के हृदय में ईश्वर का वास होता है और भक्ति भाव बना रहता है। मन शांत रहता है, एकाग्रता बढ़ती है और साथ ही तनाव से भी मुक्ति मिल सकती है। (Photo: Pexels) -
1 करोड़ बार नाम जप करने पर क्या होता है
प्रेमानंद महाराज के अनुसार जब एक करोड़ नाम जप होता है तब शरीर की शुद्धि होती है। रजो गुण, तमो गुण का नाश हो जाता है। हर वक्त शुद्ध सतोगुण की स्थिति रहती है। शरीर निष्पाप हो जाता है। आगे रोग होने वाले जीतने पाप बीज हैं वह सब नष्ट हो जाते हैं। जो रोग हो गया है उसे सहने की सामर्थ्य मिलती है। व्यक्ति के अंदर भावनाओं का प्रवाह फूट पड़ता है और उन भावनाओं में वह डूबा रहता है। (Photo: PremanandJi Maharaj/FB) प्रेमानंद महाराज ने बताया ऐसे लोगों के जीवन में कभी नहीं आता सुख, भक्ति नहीं आती है काम