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देश में उड़ता पंजाब नाम की फिल्म को लेकर विवाद चल रहा है। लोगों का कहना है कि इससे राज्य का नाम खराब हो रहा है, पर अगर कोई सच में असलियत पता करना चाहता है तो जरा पिछले साल के आंकड़ों पर नजर डाल ले। पंजाब सच में ड्रग्स की चपेट में है इस बात का अंदाजा इस बात से ही लग जाता है कि पिछले एक साल में 6,598 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज हुई थी। पर असल में समस्या कुछ और है, वह क्या है जानिए-
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पंजाब में पुलिस उन लोगों को पकड़ रही है जिन लोगों को इस नशे की लत लग गई है बजाय उनके जो इसे बेचकर रईस हुआ जा रहे हैं। (फोटो-एक्सप्रेस)
पंजाब पुलिस के पास से मिले आकंड़ों के हिसाब से पकड़े गए लोग वही हैं जो इसका सेवन करने के लिए अपने पास रखते थे। इन सबके पास से बड़ी ही कम मात्रा में ड्रग्स मिला। (फोटो-एक्सप्रेस) -
कुल जेल में डाले गए 6,028 लोगों में से 42 प्रतिशत ऐसे थे जिनके पास 5 ग्राम से कम हीरोईन, 100 ग्राम से कम नशीला पाउडर, 50 ग्राम अफीम थी। इतनी मात्रा कोई बेचने के लिए नहीं बल्कि अपने इस्तेमाल के लिए ही रखता है। (फोटो-एक्सप्रेस)
पंजाब के बूत गांव का हाल सबसे बुरा कहा जा सकता है। इस गांव में 2014 में 47 FIR दर्ज की गई थीं। बूत गांव में जाने पर इंडियन एक्सप्रेस को पता लगा कि जिन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज हुआ था उन्होंने अपने पास ड्रग्स रखे हुए थे। (पंजाब के बूत गांव में बनी एक डॉक्टर की दुकान। जिसपर ज्यादातर ताला ही लगा रहता है।) पंजाब में कई ऐसे लोग हैं जिनके परिवार के किसी ना किसी सदस्य को पुलिस ने पकड़ लिया और फिर बाद में जमानत पर छोड़ दिया। (अपनी बेटी को बचाने की गुजारिश करते हुए जीत कौर को रोना आ जाता है।) (फोटो-एक्सप्रेस)
