-
उत्तराखंड में बीजेपी के विधायक गणेश जोशी को हिरासत में ले लिया गया है। उन पर आरोप है कि उन्होंने विरोध प्रदर्शन के दौरान उत्तराखंड पुलिस के घोड़े शक्तिमान पर हमले किया था। घोड़ा हमले की वजह से गिर गया था, जिसके कारण उसका बायां पैर टूट गया था। शक्तिमान इतनी बुरी तरह चोटिल हो गया था कि उसकी टांग काटनी पड़ी है। घटना के अब तक कई वीडियो सामने आए हैं, जिनमें बीजेपी विधायक के हाथ में लाठी दिख रही है। लेकिन उनके हमले से ही घोड़े की टांग टूटी यह कहना मुश्किल है। हाल ही में पंतनगर विश्वविद्यालय के अलावा पुणे से विशेषज्ञ डॉक्टरों के दल ने उसके पांव का ऑपरेशन किया और गैंग्रीन फैलने के डर से घोड़े का पांव काटना पड़ा। शक्तिमान अब पुलिस परेड का हिस्सा नहीं बन पाएगा।
-
पीपल फॉर एनिमल्स की एक्टिविस्ट गौरी मौलेखी ने दावा किया कि घोड़े की तो टांग काटनी पड़ी, लेकिन उसकी यह हालत करने वाला आरोपी महज 50 रुपए के जुर्माने पर छूट जाएगा, क्योंकि भारत में कोई मजबूत कानून ही नहीं है। एनिमल राइट्स एक्टिविस्ट्स का दावा है कि घोड़े को घायल करने का आरोपी महज 50 रुपए के जुर्माने पर छूट जाएगा।
-
चार घंटे लंबी सर्जरी के बाद ‘शक्तिमान’ को प्रोस्थेटिक लेग (कृत्रिम पैर) लगाया गया है। एसएसपी सदानंद दाते ने बताया कि ऑपरेशन सक्सेसफुल रहा। शक्तिमान 11 साल से पुलिस में सेवा दे रहा था। उम्मीद है कि वो फिर चल फिर सकेगा।
-
डॉक्टर्स ने बताया कि घोड़े की टांग नहीं काटी जाती तो गैंगरीन फैलने का खतरा था, जिससे उसकी मौत भी हो सकती थी।
-
इस मामले में बीजेपी विधायक गणेश जोशी और कार्यकर्ता प्रमोद बोरा को अरेस्ट किया गया है। बोरा पर आरोप है कि विवाद के समय उसने ही शक्तिमान की लगाम पकड़कर उसे खींचा था। इससे उसकी पिछली टांग टूट गई।
बीजेपी वर्कर्स बीते सोमवार को असेंबली का घेराव कर रहे थे। उसी दौरान उनकी पुलिस से झड़प हुई। आरोप है कि झड़प के दौरान मसूरी से एमएलए गणेश जोशी ने घोड़े को लाठी से मारी थी। -
एमएलए गणेश जोशी ने सफाई देते हुए कहा- मैंने सिर्फ घोड़े को हटाने के लिए उसे डराया था। उन्होंने कहा- घोड़े का पैर लोहे के एंगल में फंसने से टूटा। इसमें मेरा कोई कसूर नहीं है।
-
बीजेपी विधायक गणेश जोशी कुछ दिनों पहले शक्तिमान की हालत देखने के लिए भी पहुंचे थे।