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सनातन धर्म में बसंत पंचमी का बेहद ही खास महत्व है। इस दिन ज्ञान और संगीत की देवी मां सरस्वती की पूजा-अर्चना होती है। (Photo: Indian Express)
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मान्यता है कि माता सरस्वती का बसंत पंचमी के दिन भी अवतरण हुआ था। (Photo: Indian Express)
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हिंदू पंचांग के अनुसार, इसी दिन से बसंत ऋतु का भी आरंभ हो जाती है। (Photo: Indian Express)
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इसी दिन के बाद से पेड़ों पर नए कोपलें आनी शुरू हो जाती हैं और हर ओ हरियाली आने लगती है। (Photo: Indian Express)
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लेकिन बसंत पंचमी के कई काम नहीं करने चाहिए। मान्यताओं के अनुसार इन कार्यों को अशुभ माना गया है। (Photo: Indian Express) सिर्फ शिव जी ही नहीं इन देवताओं की भी नागा साधु करते हैं पूजा, ऐसा होता है भोजन
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बसंत पंचमी के दिन क्रोध और अहंकार नहीं करना चाहिए। इसे मनुष्य का सबसे बड़ा शत्रु माना गया है। (Photo:Pexels)
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बसंत पंचमी के दिन पीला और सफेद रंग शुभ माना जाता है। वहीं, इस दिन काले रंग के वस्त्र नहीं पहनने चाहिए। (Photo:Pexels)
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किसी भी शुभ अवसर पर काले रंग के वस्त्र धारण नहीं करने चाहिए। काले रंग को नकारात्मकता का प्रतीक माना जाता है। (Photo:Pexels)
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शास्त्रों के अनुसार बसंत पंचमी के दिन माता सरस्वती की पूजा से पहले भोजन नहीं करना चाहिए। (Photo:Pexels)
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बसंत पंचमी के दिन सात्विक भोजन करने की परंपरा है। इस दिन लहसुन, प्याज, मांसाहार और अन्य तामसिक चीजों का सेवन करना अशुभ माना जाता है। (Photo:Pexels)
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बसंत पंचमी के दिन बसंत ऋतु का आगमन होता है। इस दिन वृक्षों की कटाई-छंटाई करना अशुभ माना जाता है। (Photo:Pexels) किस चीज के बिना अधूरी मानी जाती है दुर्गा पूजा? हर हाल में करते हैं बंगाली, क्या है मान्यता?
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क्या करें मान्यताओं के अनुसार बसंत के दिन गरीबों और ब्राह्मणों को भोजन कराने से मां सरस्वती का आशीर्वाद प्राप्त होता है। (Photo:Pexels)
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ये भी मान्यता है कि इस दिन माता सरस्वती की पूजा के बाद इस मंत्र का जाप करना चाहिए ‘सरस्वती महाभागे विद्ये कमललोचने विद्यारूपे विशालाक्षि विद्यां देहि नमोस्तुते’। (Photo:Pexels)
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मान्यता है कि इस मंत्र के उच्चारण करने से विद्या, बुद्धि और संगीत में प्रगति होती है। (Photo:Pexels)
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Disclaimer: इस खबर में दी गई सारी जानकारी धार्मिक मान्यताओं के अनुसार है। जनसत्ता इसकी पुष्टि नहीं करता है। (Photo:Pexels) माथे पर क्यों लगाते हैं तिलक? सिर्फ धार्मिक नहीं वैज्ञानिक महत्व भी है