-

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) टेक्नोलॉजी जितनी तेजी से आगे बढ़ रही है, उतनी ही तेजी से यह हमारी जिंदगी और रोजगार के तरीके को भी बदल रही है। AI जहां एक तरफ कई कामों को आसान बना रहा है, वहीं दूसरी ओर यह लाखों लोगों की नौकरियों के लिए खतरा भी बनता जा रहा है। (Photo Source: Pexels)
-
वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम की रिपोर्ट के मुताबिक, आने वाले पांच सालों में दुनियाभर में जॉब मार्केट में भारी बदलाव आने वाला है। चलिए जानते हैं वे 8 प्रमुख सेक्टर जहां AI का असर सबसे ज्यादा देखने को मिलेगा और जिनकी नौकरियां खतरे में पड़ सकती हैं—
(Photo Source: Pexels) -
हायरिंग और HR प्रोसेस पर असर
अब कंपनियां रिक्रूटमेंट के लिए AI टूल्स का सहारा ले रही हैं। IBM जैसी कंपनियां सीवी शॉर्टलिस्ट करने और कैंडिडेट का मूल्यांकन करने के लिए AI का इस्तेमाल कर रही हैं। ऐसे में Human Resource (HR) विभाग में कई एंट्री-लेवल जॉब्स खतरे में हैं। (Photo Source: Pexels) -
ड्राइविंग जॉब्स की घटती मांग
सेल्फ-ड्राइविंग टेक्नोलॉजी जैसे-जैसे उन्नत हो रही है, ड्राइवरों की जरूरत कम होती जा रही है। अमेरिका, जापान और यूरोपीय देशों में ट्रायल के रूप में सेल्फ-ड्राइविंग टैक्सीज़ और ट्रक शुरू भी हो चुके हैं। यदि यह तकनीक बड़े पैमाने पर लागू हुई तो लाखों ड्राइविंग नौकरियों पर असर पड़ेगा। (Photo Source: Pexels) -
कोडिंग और प्रोग्रामिंग सेक्टर
AI टूल्स जैसे GitHub Copilot और ChatGPT की मदद से बेसिक और इंटरमीडिएट कोडिंग काम कुछ ही सेकंड में हो रहे हैं। इससे शुरुआती स्तर के डेवलपर्स और कोडर्स की नौकरियां प्रभावित हो सकती हैं। (Photo Source: Pexels)
(यह भी पढ़ें: कॉमर्स स्ट्रीम से की है 12वीं तो इन AI कोर्स के साथ करें ग्रेजुएशन, लाखों की नौकरी पक्की, विदेशों से भी आएंगे ऑफर कॉल) -
साइबर सिक्योरिटी और सर्विलांस
AI का इस्तेमाल अब सुरक्षा और निगरानी के कामों में भी किया जा रहा है। CCTV फीड को ऑटोमेटिकली स्कैन करने, संदिग्ध गतिविधियों की पहचान करने जैसे काम अब इंसानों की बजाय AI कर रहा है। हालांकि इसमें साइबर क्राइम का खतरा भी बढ़ गया है। (Photo Source: Pexels) -
पर्सनल असिस्टेंट और ऑफिस स्टाफ
बड़े अधिकारियों के पर्सनल असिस्टेंट जो ईमेल्स, रिपोर्ट्स और मीटिंग्स मैनेज करते हैं, अब उनकी जगह AI टूल्स ले सकते हैं। ये टूल्स न सिर्फ ईमेल्स शॉर्ट कर सकते हैं बल्कि जरूरी मीटिंग्स और डेटा को भी ऑटोमैटिकली प्रायोरिटाइज कर सकते हैं। (Photo Source: Pexels) -
सेल्स और कस्टमर सपोर्ट
AI चैटबॉट्स की वजह से सेल्स और कस्टमर केयर जॉब्स पर भी असर पड़ रहा है। ये चैटबॉट्स ग्राहकों के सवालों का जवाब देने, उन्हें प्रोडक्ट सजेस्ट करने और ऑर्डर प्रोसेसिंग में मदद कर सकते हैं। (Photo Source: Pexels) -
रेस्टोरेंट और हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री
कुछ शहरों में रेस्टोरेंट्स और होटल्स में रोबोट्स द्वारा ऑर्डर लेने और सर्व करने की शुरुआत हो चुकी है। यह ट्रेंड बढ़ता गया तो वेटर, कैशियर और ऑर्डर टेकर जैसी नौकरियों पर असर पड़ना तय है। (Photo Source: Pexels) -
सोशल मीडिया और डिजिटल मार्केटिंग
ब्रांडिंग और मार्केटिंग अब सिर्फ इंसानों तक सीमित नहीं है। AI अब पोस्ट प्लानिंग, कैप्शन सजेशन, ट्रेंडिंग हैशटैग और कमेंट मॉनिटरिंग तक करने लगा है। इससे डिजिटल मार्केटिंग की कई एंट्री-लेवल नौकरियां खतरे में हैं। (Photo Source: Pexels)
(यह भी पढ़ें: जापानी स्कूलों में छात्राएं क्यों पहनती हैं शॉर्ट स्कर्ट? जानिए पीछे की वजह)