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जीका वायरस के चलते रियो ओलंपिक पर ग्रहण लग सकता है। ब्राजील के दूसरे बड़े शहर रियो डि जेनेरो में 5 अगस्त से 36 वे ओलंपिक गेम्स की शुरुआत होनी है लेकिन ब्राजील में फैले जीका वायरस के कारण इसके टलने का खतरा मंडरा रहा है। इस वायरस की वजह से बच्चे छोटे सिर, अल्पविकसित दिमाग वाले बच्चे पैदा हो रहे हैं। ब्राजील समेत करीब 21 देशों में अभी तक कई लाख बच्चे इस वायरस की चपेट में आ चुके हैं। जीका वायरस के फैलने को लेकर कुछ सनसनीखेज दावे भी किए गए हैं। कुछ मेडिकल रिपोर्ट्स में कहा गया है कि ताहिती के रहने वाले एक शख्स के सीमेन में जीका वायरस मिले। इसके अलावा यह भी दावा किया गया है कि शारीरिक संबंध बनाने की वजह से महिला के शरीर में अपने पति से जीका का वायरस पहुंच गया। यह फोटो ब्राजील के एक रीहबिलटैशन सेन्टर में पीइट्रो नाम के बच्चे की फिजियोथैरिपी सेशन के दौरान ली गई है। इस वायरस के कारण बच्चे के दिमाग का विकास ठीक से नहीं हो पाया है। साथ ही उसके देखने की शाक्ति भी क्षीण हो गई है।
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वायरस से प्रभावित 21 देशों में बच्चों के सिर नॉर्मल के मुकाबले छोटे और अविकसित दिमाग वाले होते हैं। यह वायरस पूरे कैरेबियन, लैटिन अमेरिका के अलावा अमेरिका के कुछ हिस्सों में फैल गया है। इस तस्वीर में सोउली मरिया अपनी बेटी मिलेना का हाथ कसकर पकड़े हुए हैं। मिलेना का जन्म ब्राजील के हॉस्पिटल में मात्र सात दिन पहले ही हुआ है। वायरस के कारण बच्ची का न्यूरोलोजिकल डिसॉर्डर के साथ जन्म हुआ है। जिस कारण बच्ची के दिमाग का विकास ठीक से नहीं हो पाया साथ ही उसके देखने की शाक्ति भी कमजोर है।
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ब्राजील के हॉस्पिटल में नर्स ओसवॉल्डो क्रुज नवजात बच्ची एमिली डी सिल्वा के शरीर में से जांज के लिए खून निकाल रही है। बेबी एमिली उन हजारों शिशुओं में से एक है जो जिका वायरस से प्रभावित हैं।
जीका वायरस की पहली बार पहचान 1947 में हुई। बाद में ये कई बार छोटे पैमाने पर अफ्रीका और साउथ ईस्ट एशिया के कुछ हिस्सों में फैला। जीका वायरस के बारे में पहली बार ब्राजील में बीते साल मई में पता चला। बाद में अज्ञात कारणों से यह ब्राजील में तेजी से फैला। यहां करीब डेढ़ लाख लोग इस वायरस से प्रभावित हैं। इस तस्वीर में वेनेज़ुएला की राजधानी काराकास में एक हेल्थवर्कर गंदी बस्तियों में दवाई का छिड़काव कर रहा है। जिका मच्छरों के काटने से फैलता है इसलिए बड़े पैमाने पर दवाईयों का छिड़काव गंदी बस्तियों पर किया जा रहा है। -
अक्टूबर महीने तक जीका को लेकर कोई ज्यादा डर भी नहीं था। इससे प्रभावित होने वाले 100 में से 20 लोग ही बीमार पड़ते थे। बाद में इस तरह के सबूत मिले कि इस वायरस की वजह से पैदा होने वाले बच्चों में शारीरिक दोष और न्यूरोलॉजिकल समस्याएं हैं। अक्टूबर से लेकर अब तक ब्राजील में 3500 से ज्यादा छोटे सिर और अविकसित दिमाग वाले बच्चे पैदा हुए हैं। इस तस्वीर में लैटिन अमेरिकी देश पेरू में एक जिका वायरस से प्रभावित मच्छर से वायरस के नमूने लिए जा रहे हैं। पेरू में लोगों के बीच इस वायरस से बचने के लिए बड़े पैमाने पर जागरुकता अभियान चलाया जा रहा है।
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शरीर पर लाल निशान, बुखार, सिरदर्द और आंखों में सूजन इससे प्रभावित होने के सामान्य लक्षण हैं। इस फोटो में एक स्वास्थ्यकर्मी जिका वायरस, डेंगू औक चिकिनगुनिया से बचने के उपाय लिखे हुए चार्ट बांट रहा है।
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ब्राजील के एक हॉस्पिटल में जियोवेन सिल्वा अपने नवजात बेटे गुस्तावो को हाथ में उठाये हुए। गुस्तावों जीका वायरस से प्रभावित है जिस कारण उसका सर सामान्य आकार से छोटा है।
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एल सेल्वाडोर, कोलंबिया और इक्वेडोर ने देश की महिलाओं से कहा कि वे 2018 तक गर्भवती होने से परहेज करें। अमेरिका ने भी अपनी महिलाओं को उन देशों में जाने से परहेज करने को कहा है, जहां ये वायरस तेजी से फैल रहा है। इस तस्वीर में ब्राजील के हॉस्पिटल में डैनियली फैरिएरा अपने नवजात लड़के जुअन पेंद्रो को आँखों की जांच के लिए दिखाती हुई। जिका वायरस के चलते बच्चे की आंखों में देखने की ताकत बेहद कम है।
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कैरिबयन देश कोस्टा रीका की राजधानी सैन होज़े में हेल्थ टेक्निशियन विलियम अर्या जिका वायरस से प्रभावित लावा दिखाते हुए। गुरुवार को इस देश में जीका वायरस के पहले केस की सरकार ने पुष्टि की है।
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इस मैप के माध्यम से जीका वायरस के प्रभाव में आये नये देशों को देखा जा सकता है।