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फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों इस वक्त भारत में हैं। फ्रांसीसी राष्ट्रपति के साथ उनकी पत्नी ब्रिगिट मैक्रों भी आई हैं। वे दोनों चार दिन यहां रहेंगे। शुक्रवार (9 मार्च) को वे दिल्ली पहुंचे, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रोटोकॉल तोड़ एयरपोर्ट पर दोनों का गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। ये बातें तो खबरों के जरिए इस वक्त सब जान रहे हैं। मगर कम ही लोग मैक्रों की पत्नी के बारे में जानते हैं। ब्रिगिट इमैनुअल से उम्र में 24 साल बड़ी हैं। शादी और बच्चे भी हो चुके थे। लेकिन सब छोड़-छाड़ कर उन्होंने मैक्रों का दामन थाम लिया था। दोनों की प्रेम कहानी 24 साल पहले शुरू हुई थी। इमैनुअल तब महज 15 साल के थे। स्कूल में तब उन्होंने एक नाटक में हिस्सा लिया था, जिसका निर्देशन ब्रिगिट ने किया था। वह उस वक्त 24 साल की थीं और स्कूल में उनकी टीचर थीं।
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ब्रिगिट उस समय इमैनुअल की ड्रामा टीचर की भूमिका में थीं। उसी दौरान वह उनके प्यार में पड़ गए थे। ब्रिगिट पहले उनकी मेंटर थीं। फिर पार्टनर हुईं और बाद में पत्नी बन गईं।
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मैक्रों के फ्रांस का चुनाव जीतने में पत्नी का अहम योगदान था। मैक्रों ने इस बाबत एक इंटरव्यू में स्वीकारा भी था कि पत्नी के बगैर वह कभी भी वह न होते, जो वह आज हैं।
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ब्रिगिट मध्यम श्रेणी परिवार से हैं। वह अपने मां-बाप की छह संतानों में सबसे छोटी थीं। पढ़ाई पूरी करने के बाद स्कूल में पढ़ाने लगीं। वह फ्रेंच साहित्य, लैटिन भाषा और ड्रामा पढ़ाती थीं।
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आंद्रे लुइस ऑजिरे नाम के बैंकर से उनकी शादी हुई थी। तीन बच्चे भी हो चुके थे। ब्रिगिट का दांपत्य जीवन ठीक-ठाक चल रहा था, तभी मैक्रों उनकी जिंदगी में आ पहुंचे।
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स्कूल में टीचर-स्टूडेंट की इस मुलाकात ने न केवल दोनों की जिंदगी बदल दी। चूंकि ब्रिगिट ने इसी वजह से अपने पति से अलग होने का फैसला कर लिया था। साल 2006 में उन्होंने पति को तलाक दिया।
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अगले साल मैक्रों के साथ उनकी शादी हुई। हालांकि, उनके बच्चे नहीं हुए। मगर ब्रिगिट के पहले पति से हुए तीन बच्चों से मैक्रों की अच्छी बनती है। वे तीनों उनके चुनावी अभियान के दौरान कैंपेनिंग करते भी नजर आए थे।
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कहते हैं कि हर सफल शख्स के पीछे किसी महिला का हाथ होता है। फ्रांसीसी राष्ट्रपति के मामले में भी ऐसा ही था। उनके चुनाव जीतने में ब्रिगिट ने उनकी खासा मदद की। 2015 में मैक्रों वित्त मंत्री थे। ब्रिगिट ने तब उनके साथ पेरिस में साथ रहने के लिए अपनी नौकरी छोड़ दी थी।
राष्ट्रपति चुनाव की बात आई तो पत्नी ने उन्हें भाषण कला से लेकर कैपेनिंग के दौरान और मजबूत किया। मैक्रों कहीं भी भाषण देने जाते, उससे पहले पत्नी के सामने उसकी रिहर्सल करते, ताकि जहां गलती हो उससे सही किया जा सके। (सभी तस्वीरेंः फेसबुक/टि्वटर/इंस्टाग्राम/एजेंसी)
