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भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाले टी-20 वर्ल्ड कप मैच के लिए सारा तेंदुलकर भी अपने पिता और भारतीय टीम के पूर्व महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर और मां अंजली के साथ अमेरिका पहुंची थी। यहां पहुंचकर वह न्यूयॉर्क के नासाउ काउंटी इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में स्टैंड से भारतीय खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाती नजर आई थीं। (Photo Source: @sachintendulkarfoundation/instagram)
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हालांकि, अब सचिन का परिवार भारत वापस लौट आया है और सारा ने वापस आकर दिल जीतने वाला काम किया है। हाल ही में सारा ने अपने इंस्टाग्राम पर कुछ तस्वीरें शेयर की हैं जिसमें वह छोटे बच्चों को पढ़ाती नजर आ रही हैं। (Photo Source: @saratendulkar/instagram)
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सारा ने इन तस्वीरों के टैग लोकेशन में मध्य प्रदेश के सीहोर को रखा है। दरअसल, यह तस्वीरें ‘सचिन तेंदुलकर फाउंडेशन’ (STF) की है। बता दें, सचिन तेंदुलकर का परिवार सचिन तेंदुलकर फाउंडेशन के लिए मिलकर काम करता है। (Photo Source: @saratendulkar/instagram)
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समाज सेवा के तहत यह फाउंडेशन देश के अलग-अलग हिस्सों में अलग-अलग उद्देश्यों के लिए काम कर रहा है। सचिन के अलावा उनकी पत्नी अंजलि, बेटी सारा और बेटा अर्जुन भी अपना कीमती समय निकालकर समाज सेवा में लगे रहते हैं। (Photo Source: @sachintendulkarfoundation/instagram)
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इन तस्वीरों में आप देख सकते हैं कि सारा और उनकी मां अंजलि बच्चों को पढ़ा रही हैं। इस दौरान दोनों ने बच्चों से बातें भी की। अंजलि ने इनमें से एक बच्चे को गोद में लेकर पुचकारा भी। इस दौरान सारा सूट सलवार में बहुत ही क्यूट लग रही थीं। (Photo Source: @saratendulkar/instagram)
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सारा ने अपनी इस पोस्ट के कैप्शन में बताया, “मुझे अपने जीवन का केवल पहला साल अपने दादाजी के साथ बिताने का मौका मिला, लेकिन मैं उनके और शिक्षा के प्रति उनके जुनून के बारे में कई कहानियां सुनकर बड़ी हुई हूं। (Photo Source: @saratendulkar/instagram)
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सारा ने अपने दादा जी के बारे में कहा, “एक प्रोफेसर के रूप में उनका मानना था कि शिक्षा में असीमित अवसरों के द्वार खोलने की शक्ति है। मध्य प्रदेश के सीहोर जिले में सेवा कुटीर की हमारी यात्रा ने मुझे यह समझने में मदद की कि उनका क्या मतलब था।” (Photo Source: @sachintendulkarfoundation/instagram)
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उन्होंने आगे लिखा, “शिक्षा के अलावा, STF द्वारा सेवा कुटीर बच्चों को दिन में दो बार पौष्टिक भोजन भी प्रदान करते हैं और स्थानीय समुदाय के लिए रोजगार के अवसर पैदा करते हैं। यहां समुदाय के समर्थन के प्रभाव ने मुझे वास्तव में याद दिलाया कि मैं STF का हिस्सा होने पर गर्व क्यों महसूस करती हूं।” (Photo Source: @sachintendulkarfoundation/instagram)
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बता दें, सचिन तेंदुलकर फाउंडेशन ने सीहोर जिले के नयापुरा, खापा, बेलपाटी, जामुनझील और सेवनिया कुटीरों को गोद लिया है। इन कुटीरों में 3 से 15 साल के बच्चों को शिक्षा, भोजन और अन्य सुविधाएं प्रदान की जाती हैं। (Photo Source: @sachintendulkarfoundation/instagram)
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