Baba Ramdev: स्वामी रामदेव आज किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। देश दुनिया में उनकी बहुत ज्यादा लोकप्रियता है। योग को ग्लोबल बनाने का श्रेय भी रामदेव को ही जाता है। उनका नाम एक सफल उद्यमी के तौर पर भी लिया जाता है। पतंजलि को उन्होंने काफी बड़ा ब्रांड बना दिया है। स्वामी रामदेव की बेशुमार लोकप्रियता के बाद भी शायद ही बहुत से लोगों को पता हो कि उन्होंने आखिर शादी क्यों नहीं की(Photos: Social Media): स्वामी रामदेव पर कौशिक डेका ने ‘द बाबा रामदेव फेनोमेनन : फ्रॉम मोक्ष टू मार्केट’ नाम की एक किताब लिखी है। इस किताब में बताया गया है कि आखिर रामदेव ने शादी क्यों नहीं की। किताब में लिखा गया है कि जब रामदेव गुरुकुल में पढ़ रहे थे तो उनके हाथ लगी दयानंद सरस्वती की किताब सत्यार्थ प्रकाश। इसी किताब ने रामदेव की पूरी जिंदगी बदल दी। दरअसल सत्यार्थ प्रकाश में ब्रह्मचर्य के बारे में काफी कुछ लिखा हुआ था। किताब पढ़ने के बाद रामदेव संन्यासियों जैसा जीवन जीने की कोशिश करने लगे और कुछ हद तक पालन भी करने लगे। बुक पढ़ने के बाद ही उन्होंने प्रण कर लिया कि वे कभी शादी नहीं करेंगे और हमेशा ब्रह्मचर्य का पालन करेंगे। इसी कारण रामदेव ने कभी शादी नहीं की। -
बता दें कि रामदेव का जन्म 25 दिसंबर 1965 को हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले के अली सैयदपुर गांव में हुआ था। रामदेव का नाम माता पिता ने रामकृष्ण यादव रखा था।
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गांव के ही सरकारी स्कूल में पढ़ने के दौरान वे घर से भाग गए और हरियाणा के खानपुर में एक गुरुकुल में दाखिला ले लिया। गुरुकुल में वेद, वेदांत और दर्शन शास्त्र का गहन अध्ययन करने के बाद रामकृष्ण यादव बाबा रामदेव बनकर दुनिया के सामने आए। आज पूरी दुनिया में वह इसी नाम से मशहूर हैं।
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पीएम नरेंद्र मोदी के साथ स्वामी रामदेव।