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सोनिया गांधी के आवास पर मंगलवार, 13 मार्च को विपक्षी नेताओं के रात्रिभोज का आयोजन हुआ। इसमें कई विपक्षी दलों के नेता शामिल हुए। भोज के दौरान संसद में सरकार की जवाबदेही तय करवाने को लेकर पिछले सात दिन से लगातार जारी गतिरोध को लेकर कांग्रेस सहित विपक्षी दलों ने सरकार पर चर्चा से भागने का आरोप लगाया। नेताओं ने कहा कि किसानों सहित प्रमुख मुद्दों पर संसद में सरकार की जवाबदेही तय होनी चाहिए। रात्रिभोज में माकपा, भाकपा,तृणमूल कांग्रेस, बसपा, सपा, जदएस, राजद सहित 20 विपक्षी दलों के नेताओं ने हिस्सा लिया। इस दौरान मौजूदा राजनीतिक हालात सहित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई। (फोटो सोर्स- PTI)
रात्रिभोज में राकांपा के शरद पवार, बसपा के सतीशचंद्र मिश्र, राजद से मीसा भारती और तेजस्वी यादव, माकपा से मोहम्मद सलीम, भाकपा से डी राजा, द्रमुक से कनिमोझी और जदयू से शरद यादव ने हिस्सा लिया। बता दें कि इस भोज में अखिलेश यादव, मायावती और ममता बनर्जी शामिल नहीं हुईं। कांग्रेस की ओर से पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, गुलाम नबी आजाद, अहमद पटेल, ए के एंटनी आदि ने भाग लिया। (फोटो सोर्स- PTI) -
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस रात्रिभोज के बाद ट्वीट कर कहा – 'सोनिया गांधी जी की मेजबानी में आज शानदार रात्रिभोज। विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं के लिए औपचारिक रूप से मिलने एवं संबंध बनाने का अवसर।' राहुल ने कहा, ‘‘काफी राजनीतिक चर्चा, किन्तु इससे भी महत्वपूर्ण खासी सकारात्मक ऊर्जा, गर्मजोशी एवं वास्तविक स्रेह।' राहुल ने इस ट्वीट के साथ रात्रिभोज की तस्वीरें भी टैग की हैं, जिनमें वह शरद पवार समेत विभिन्न नेताओं के साथ दिख रहे हैं। (फोटो सोर्स- PTI)
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रात्रिभोज के बाद कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने संवाददाताओं को बताया कि यह प्रीति और मैत्री वाला रात्रिभोज था। कांग्रेस का मानना है कि जहां सरकार दीवार खड़ी करेगी, वहीं हम मित्रता, सौहार्द एवं मिलकर साथ चलने का रास्ता तैयार करेंगे। उन्होंने कहा कि यह रात्रिभोज राजनीति के लिए नहीं था। पर स्वाभाविक है कि जहां सरकार संसद चलाने को इच्छुक नहीं है तो वे राजनीतिक नेता, जो अपने क्षेत्रों के लोगों की समस्याओं को लेकर जागरूक और चिंतित हैं, जब मिलेंगे तो प्रदेश और देश की राजनीति पर चर्चा अवश्य होगी। सुरजेवाला ने कहा कि इन नेताओं के बीच गरीबों, युवाओं और किसानों को लेकर बातचीत हुई। उन्होंने कहा कि देश की धुरी संसद में सरकार की जवाबदेही सुनिश्चित हो, इस बारे में अनौपचारिक बातचीत होना भी स्वाभाविक है। उन्होंने कहा कि इस रात्रिभोज का एक ही मकसद है सौहार्दपूर्ण और मित्रता वाले माहौल में विपक्षी नेता बैठकर व्यक्तिगत और राष्ट्र से जुड़े मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान कर सकें।(फोटो सोर्स- PTI)
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सोनिया की पार्टी में बेशक मायावती और अखिलेश यादव नहीं पहुंचे, लेकिन उनकी पार्टियों के नेता जरूर पहुंचे। सपा से जहां राम गोपाल यादव पहुंचे तो वहीं बसपा से सतीश मिश्रा पहुंचे। ( फोटो सोर्स- PTI)
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किसी कारणवश ममता बनर्जी इस पार्टी में नहीं पहुंचीं, लेकिन तृणमूल के सुदीप बंदोपाध्याय दिखाई दिए। (पोटो सोर्स- PTI)
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आरजेडी की ओर से तेजस्वी यादव पहुंचे। ( फोटो सोर्स- PTI)
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नेशनल कॉन्फ्रेंस के उमर अब्दुल्ला ने भी रात्रिभोज में शिरकत की। (फोटो सोर्स- PTI)
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हिंदुस्तान अवाम मोर्चा के चीफ और बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी भी पहुंचे। ( फोटो सोर्स- PTI)
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रात्रिभोज में तृणमूल के सुदीप बंदोपाध्याय, नेशनल कॉन्फ्रेंस के उमर अब्दुल्ला, एआईयूडीएफ, झामुमो के हेमंत सोरेन, रालोद के अजित सिंह, आईयूएमएल के कुट्टी, जेवीएम के बाबूलाल मरांडी, आरएसएपी के रामचन्द्रन, जदयू के शरद यादव, हिन्दुस्तानी वाम मोर्चा के जीतनराम मांझी, जदएस के डा. कुपेन्द्र रेड्डी तथा केरल कांग्रेस के प्रतिनिधि ने भाग लिया। ( फोटो सोर्स- PTI)
