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मैग्सेसे पुरस्कार से सम्मानित वरिष्ठ पत्रकार रवीश कुमार (Ravish Kumar) आए दिन सोशल मीडिया ट्रोलिंग का शिकार होते रहते हैं। एक बार फिर से कुछ ऐसा ही हुआ है। दरअसल पूरा मामला ओसामा बिन लादेन की तस्वीर और एनडीटीवी में उनके सहकर्मी विष्णु सोम से जुड़ा हुआ है। हुआ ये कि विष्णु सोम की एक फोटो में उनके टेबल पर मारे जा चुके आतंकी औसामा बिन लादेन की तस्वीर दिखी। इस फोटो पर एनडीटीवी को ट्रोल किया जाने लगा। ट्रोलिंग पर रवीश कुमार ने फेसबुक पोस्ट लिख तस्वीर को आईटी सेल का कारनामा बताया। रवीश ने लिखा कि रूसी गुड़िया को फोटोशॉप कर ओसामा का बताया जा रहा है। बाद में पता चला कि वह तस्वीर सही में ओसामा बिन लादेन की ही है तो उन्हें अपना पोस्ट दुरुस्त करना पड़ा। हालांकि इसके बाद भी वह ट्रोल हुए।
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दरअसल विष्णु सोम की एक फोटो में उनके डेस्क पर आतंकी ओसामा बिन लादेन की तस्वीर वाली कोई चीज दिखी। सोशल मीडिया में उन्हें इस तस्वीर के लिए ट्रोल किया जाने लगा।
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विष्णु सोम के साथ ही एनडीटीवी और रवीश कुमार को भी लोग ट्रोल करने लगे।
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रवीश कुमार ने ट्रोल्स पर निशाना साधते हुए फेसबुक पर पोस्ट लिख कर बताया कि ये आईटी सेल का कमाल है। रवीश ने लिखा कि उनके सहकर्मी विष्णु सोम की टेबल पर रूसी गुड़िया बाबुस्का रखी हुई है लेकिन उसे फोटोशॉप कर ओसामा बिन लादेन का बताया जा रहा है।
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हालांकि इसी बीच विष्णु सोम ने भी ट्रोल्स को जवाब देते हुए ट्वीट किया कि, 'ये रूस के मास्को में क्रेमलिन के बाहर बिक रहा था। कई साल पहले मैनें वहीं से इसे खरीदा था। मुझे अजीब लगा था कि कोई आतंकी का फ़ोटो भी बेच सकता है।'
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विष्णु सोम ने एक लिंक भी दिया जहां पर ऐसे खिलौने खरीदे जा सकते हैं। अपने ट्वीट में विष्णु सोम ने इस बात से इनकार नहीं किया कि फोटो लादेन की ही है।
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विष्णु सोम के ट्वीट के बाद रवीश कुमार को अपना फेसबुक पोस्ट एडिट करना पड़ा। पोस्ट एडिट करने के बाद रवीश ने लिखा कि विष्णु सोम की टेबल पर रूसी गुड़िया मात्र्योष्का रखी हुई है। रवीश ने फोटोशॉप करने वाली बात हटा दी। साथ ही रवीश कुमार ने एक दो बार नहीं पूरे पांच बार अपने फेसबुक पोस्ट में सुधार किया।
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पोस्ट एडिट करने के बाद फिर से लोग उन्हें ट्रोल करने लगे। लोग लिखने लगे कि तुरंत फोटोशॉप का आरोप लगाने से पहले आपको फैक्ट चेक तो करना था। कुछ यूजर्स ने लिखा अगर आपने गलत लिखा तो उसके लिए आपको माफी भी मांगनी चाहिए।
