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महाराष्ट्र के पुणे जिले में एक दिन पहले भीमा कोरेगांव युद्ध के 200 साल पूरे होने के मौके पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान हुई हिंसा मंगलवार को भी जारी रही। एक अधिकारी ने बताया कि पुणे में युद्ध की वर्षगांठ पर आयोजित कार्यक्रम में एक व्यक्ति की मौत से गुस्साए लोगों ने मंगलवार सुबह शहर के पूर्वी उपनगरीय इलाकों चेम्बूर, विखरोली, मानखुर्द और गोवंडी में विरोध प्रदर्शन किया और दुकानों एवं प्रतिष्ठानों को बंद करने पर मजबूर कर दिया।
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प्रदर्शनकारियों में मुंबई के कई इलाकों में सड़कें रोक दीं, दुकानें बंद करा दीं और एक टेलीविजन समाचार चैनल के पत्रकार पर हमला भी किया। प्रदर्शनकारियों ने बताया कि प्रदर्शनकारियों के एक समूह ने अमर महल इलाके में टीवी पत्रकार पर हमला किया। हालांकि वह बच गया। अधिकारी ने कहा कि ईस्टर्न एक्सप्रेस हाइवे पर प्रियदर्शन, कुर्ला, सिद्धार्थ कॉलोनी और अमर महल इलाकों में सैकड़ों प्रदर्शनकारियों की भीड़ जुट गई और उन्होंने जुलूस निकाला एवं सरकार तथा प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। (Express Photo)
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प्रदर्शनकारियों ने मुंबई के नजदीक हार्बर लाइन पर उपनगरीय एवं स्थानीय ट्रेन सेवाएं बाधित कर दीं। प्रदर्शनकारियों ने हार्बर लाइन के गोवंडी एवं चेम्बूर रेलवे स्टेशनों पर स्थानीय ट्रेन सेवाएं रोक दीं। मध्य रेलवे ने अपने हार्बर कॉरिडोर पर कुर्ला और वाशी के बीच उपनगरीय सेवाएं निलंबित कर दी और सीएसएमटी-कुर्ला एवं वाशी-पनवेल खंड के बीच विशेष ट्रेनें चलाईं। (Express Photo)
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शिवसेना की चेंबूर ऑफिस में प्रदर्शनकारियों ने तोड़फोड़ की। (Express Photo)
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मराठा समुदाय के लोगों ने पुणे की सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया। भीमा-कोरेगांव युद्ध की 200वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में कल कार्यक्रम आयोजित किया गया था जिसके चलते हुई हिंसा की घटनाओं में एक व्यक्ति की मौत हो गयी। युद्ध में ईस्ट कंपनी कंपनी के बलों ने पेशवा की सेना को हराया था। दलित नेता ब्रितानियों की जीत का जश्न मनाते हैं क्योंकि माना जाता है कि उस समय अछूत समझे जाने वाले महार समुदाय के लोग ईस्ट इंडिया कंपनी की फौज में सैनिक थे। (Express Photo/Arul Horizon)
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पुणें में बड़ी तादाद सुरक्षाबलों को तैनात किया गया। (Express Photo/Arul Horizon)
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प्रदर्शन की वजह से पुणे की सड़कों पर कई जगह भारी जाम लगा। (Express Photo)