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उत्तर प्रदेश के रामपुर में केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने सोमवार (12 फरवरी) को शिव मंदिर में जलाभिषेक किया तो कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी कर्नाटक के राइचुर में एक दरगाह में प्रार्थना करने पहुंचे। भगवान शंकर की पूजा करने की जानकारी मुख्तार अब्बास नकवी ने ट्वीट कर दी। नकवी रामपुर के रठोंडा में महाशिवरात्रि के पर्व पर आयोजित होने वाले किसान मेले उद्धाटन करने पहुंचे थे। उन्होंने ट्वीट में लिखा कि महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर आयोजित यह मेला भारत की संस्कृति-सद्भाव की सांझी विरासत का प्रतीक है। नकवी ने अपने ट्विटर हैंडल से शिव मंदिर में जलाभिषेक करने और मेले में किसानों को संबोधित करने की तस्वीरें भी साझा कीं। मुख्तार अब्बास नकवी मूलरूप से रामपुर के ही रहने वाले हैं। शिव मंदिर में जलाभिषेक करने के बाद नकवी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अबू धाबी में पहले मंदिर का शिलान्यास करने का भी जिक्र किया। (तस्वीरें नकवी और एएनआई के ट्विटर हैंडल से ली गई हैं।)
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नकवी ने कहा कि एक इस्लामिक देश में मंदिर का शिलान्यास करना ऐतिहासिक काम है और इससे प्रधानमंत्री ने जनता को बड़ा संदेश दिया है। (फोटो सोर्स- ट्विटर)
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नकवी ने सांप्रदायिक सद्भाव को बढ़ावा देने के लिए सभी धर्मों का सम्मान करने की बात कही। (तस्वीरें नकवी और एएनआई के ट्विटर हैंडल से ली गई हैं। (फोटो सोर्स- ट्विटर)
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किसानों को संबोधित करते हुए नकवी ने कहा कि महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर आयोजित यह मेला भारत की संस्कृति-सद्भाव की सांझी विरासत का प्रतीक है। (फोटो सोर्स- ट्विटर)
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इस दौरान भारी तादात में लोग नकवी का भाषण सुनने के लिए जमा हुए थे। (फोटो सोर्स- ट्विटर)
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नकवी ने माथे पर चंदन का लेप लगाया था और वह हिन्दू संस्कारों के साथ पूजा में शामिल हुए। (फोटो सोर्स- ट्विटर)
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उधर कर्नाटक चुनाव का रणभेरी बजने में कुछ ही समय बाकी बचा है, लिहाजा राजनीतिक पार्टियां पूरे जोर-शोर से वोटरों को लुभाने के प्रयास में जुट गई है। राज्य में बीजेपी और कांग्रेस के द्वारा खूब कार्यक्रम किए जा रहे हैं और दोनों दल एक दूसरे पर निशाना साधने का कोई भी मौका नहीं चूक रहे हैं। (फोटो सोर्स- पीटीआई)
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सोमवार को ही मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के साथ कांग्रेस अध्यक्ष राहुस गांधी ने एक रोड शो किया, उससे पहले राहुल एक प्रार्थना करने के लिए एक दरगाह पर पहुंचे। (फोटो सोर्स- ट्विटर)
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रविवार (11 फरवरी को) को राहुल गांधी ने कर्नाटक के कोप्पल जिले में कनाकचल लक्ष्मीनारायण मंदिर में पूजा की थी। गुजरात चुनावों के दौरान भी राहुल गांधी को कई मंदिरों में पूजा करते हुए देखा गया था। (फोटो सोर्स- पीटीआई)
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इस पर बीजेपी की तरफ से उनपर निशाना साधा गया था। बीजेपी की तरफ से कहा गया था कि चुनावों के चलते वोटरों को लुभाने के लिए राहुल गांधी मंदिरों का रुख कर रहे हैं। अब कर्नाटक चुनावों की तैयारियों के चलते भी उनके लिए ऐसा ही कहा जा रहा है। हालांकि कांग्रेस की तरफ से इतना ही कहा जा रहा है कि बीजेपी इसे जबरन मुद्दा बना रही है, राहुल गांधी का मंदिरों में पूजा करना एक सामान्य बात है। (फोटो सोर्स- ट्विटर)
