-
भारतीय सेना के शहीद कैप्टन अंशुमान सिंह की 26 वर्षीय विधवा पत्नी स्मृति सिंह इन दिनों सुर्खियों में हैं। स्मृति सिंह को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कीर्ति चक्र दिया था, इसके बाद से सोशल मीडिया पर बहस शुरू हो गई है कि वह अपने ससुराल से सबकुछ लेकर माये चली गईं। (PTI Photo)
-
अंशुमान के माता-पिता के इंटरव्यू भी सामने आए, जिसे बाद स्मृति सिंह के खिलाफ सोशल मीडिया पर ट्रोलिंग शुरू हो गई। हालांकि, इस बीच लोगों ने स्मृति सिंह समझकर एक दूसरी महिला को सोशल मीडिया पर कोसना और ट्रोल करना शुरू कर दिया। (Photo Source: @reshsebu/instagram)
-
दरअसल, केरल की फेमस फैशन इन्फ्लुएंसर रेशमा सेबेस्टियन को लोग शहीद जवान की पत्नी समझकर ट्रोल कर रहे हैं। लोगों को स्मृति सिंह और रेशमा सेबेस्टियन का चेहरा और लुक काफी मिलता-जुलता नजर आ रहा है। इस पर ट्रोलर्स को मुंहतोड़ जवाब देते हुए इन्फ्लुएंसर की चेतावनी सामने आई है। (Photo Source: @reshsebu/instagram)
-
रेशमा ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर पोस्ट शेयर करते हुए लिखा, “यह स्मृति सिंह (भारतीय सेना के सैनिक कैप्टन अंशुमान सिंह की विधवा) का पेज/आईजी अकाउंट नहीं है। पहले प्रोफाइल डिटेल और बायो पढ़ें। कृपया गलत जानकारी और नफरत फैलाने से बचें।” (Photo Source: @reshsebu/instagram)
-
पोस्ट के कैप्शन में उन्होंने लिखा, “हर चीज की एक सीमा होती है।” इसके अलावा रेशमा ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी पर एक स्क्रीनशॉट भी शेयर किया जिसमें एक व्यक्ति फेसबुक पोस्ट में उन्हें सेना अधिकारी की पत्नी बताकर मजाक उड़ा रहा था। (Photo Source: @reshsebu/instagram)
-
रेशमा ने पोस्ट शेयर करते हुए लिखा, “सोशल मीडिया पर जो मुझे शहीद कैप्टन अंशुमान की पत्नी समझकर ट्रोल कर रहे हैं, यह बेतुका है! स्मृति सिंह के बारे में गलत जानकारी फैलाने के लिए मेरी पहचान का उपयोग किया जा रहा है। हम कानूनी कार्रवाई करने जा रहे हैं।” (Photo Source: @reshsebu/instagram)
-
बता दें, रेशमा इन्फ्लूएंसर होने के साथ-साथ पेशे से इंजीनियर और मॉडल भी हैं। वह जर्मनी में अपने पति और बेटी के साथ रहती हैं। वह सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव हैं और अपनी वीडियोज और फोटोज शेयर करती रहती हैं। इंस्टाग्राम पर रेशमा के 349K फॉलोअर्स हैं। वह साल 2011 से मॉडलिंग कर रही हैं। (Photo Source: @reshsebu/instagram)
-
स्मृति सिंह की बात करें तो 19 जुलाई 2023 को सियाचिन में भारतीय सेना के गोला-बारूद भंडार में आग लग गई थी। कैप्टन अंशुमान ने अपने साथी जवानों की जान बचाते हुए सर्वोच्च बलिदान दिया। इसके बाद इसी साल 6 जुलाई को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कैप्टन अंशुमान सिंह को मरणोपरांत कीर्ति चक्र से सम्मानित किया था। (PTI Photo)
(यह भी पढ़ें: जानिए कितनी पढ़ी-लिखी हैं BCCI अध्यक्ष की बहू? अपने पति से भी हैं ज्यादा मशहूर)