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31 जुलाई की रात हिमाचल प्रदेश में प्रलयंकारी बारिश हुई। इस बारिश के कारण नदी-नाले उफान पर आ गए और सब कुछ अपने साथ बहा ले गए। भारी बारिश और बादल फटने से कुल्लू, मंडी और शिमला में भारी तबाही हुई है। (PTI Photo)
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बादल फटने से आई बाढ़ के बाद लापता 45 से अधिक लोग लापता हो गए। तो वहीं इससे 61 घर पूरी तरह से तबाह हो गए औक कई गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। लापता लोगों का पता लगाने के लिए अब तक बचाव अभियान जारी है। (PTI Photo)
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लापता लोगों की तलाश के लिए स्थानीय प्रशासन, NDRF, SDRF, पुलिस, आपदा प्रबंधन टीम, होम गार्ड, ITBP, BIAL से लेकर भारतीय सेना के जवान भी बारिश में जुटे हुए हैं। (PTI Photo)
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वहीं लापता लोगों के परिजन और उनके रिश्तेदार भी अपने लोगों को तलाश करने में लगे हुए हैं। लापता लोगों के संबंधी घटनास्थल पर डेरा डाले हुए हैं। हर बीतते घंटे के साथ उम्मीद धूमिल होती जा रही है। (PTI Photo)
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बता दें, अब तक हिमाचल प्रदेश के कुल्लू के निरमंड, सैंज और मलाणा, मंडी के पधर और शिमला के रामपुर क्षेत्र के समेज में अचानक आई बाढ़ में मरने वालों की संख्या बढ़कर 8 हो गई है। (PTI Photo)
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हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने घटनास्थल का दौरा किया और आपदा प्रभावित लोगों से मुलाकात की। उन्होंने राज्य सरकार की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। (PTI Photo)
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मुख्यमंत्री ने पीड़ितों के लिए 50,000 रुपये की तत्काल राहत की घोषणा की हा और यह भी कहा कि उन्हें अगले तीन महीनों के लिए किराए के लिए 5000 रुपये प्रति माह दिए जाएंगे, साथ ही गैस, भोजन और अन्य आवश्यक वस्तुएं भी दी जाएंगी। (PTI Photo)
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इस बीच, मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश के दस जिलों में छह अगस्त तक भारी बारिश, गरज और चमक के साथ बारिश का शुक्रवार को ‘येलो’ अलर्ट जारी किया है। (PTI Photo)
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