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हरियाणा के गोहाना में स्थित मातू राम की जलेबियां इस समय राजनीतिक चर्चा का केंद्र बन गई हैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा जलेबियों की तारीफ करने के बाद ये जलेबियां सोशल मीडिया पर तेजी से ट्रेंड करने लगी हैं। (Photo Source: @AkhileshPSingh/twitter)
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दरअसल, दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने गोहाना रैली में राहुल को मातूराम की बड़ी जलेबियों का डिब्बा भेंट किया था, जिसके बाद राहुल ने इन जलेबियों को ‘जिंदगी की सबसे अच्छी जलेबी’ बताया और इसके स्वाद की भी जमकर तारीफ की थी। (Photo Source: Rahul Gandhi/Facebook)
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कांग्रेस की विजय संकल्प रैली के मंच से राहुल ने कहा था, “मैंने गाड़ी में जलेबी चखी और अपनी बहन प्रियंका को मैसेज भेजा कि आज मैंने जिंदगी की सबसे अच्छी जलेबी खाई है। मैं तुम्हारे लिए भी जलेबी का एक डिब्बा ला रहा हूं।” (Photo Source: Rahul Gandhi/Facebook)
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राहुल ने आगे कहा था, “फिर मैंने दीपेंद्र जी और बजरंग पुनिया जी से कहा कि ये जलेबी हिंदुस्तान समेत पूरी दुनिया में जानी चाहिए। गोहाना की जलेबी को भारत ही नहीं बल्कि दुनियाभर में पहुंचना चाहिए। ऐसे में अगर ये जलेबी देश और विदेश में जाएगी, तो शायद इनकी दुकान फैक्ट्री में बदल जाए और हजारों लोगों को काम मिल जाए।” (Photo Source: Rahul Gandhi/Facebook)
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जिसके बाद राहुल गांधा का ये बयान वायरल हो गया। इस पर बीजेपी नेताओं ने राहुल का मजाक उड़ाया, जिससे जलेबियां सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गईं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी गोहाना में 2019 के लोकसभा चुनावों के दौरान मातू राम की जलेबियों का जिक्र किया था। (Photo Source: The Haryana Junction/Facebook)
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पीएम मोदी विपक्ष पर हमला करते हुए उठाया कि क्या प्रधानमंत्री का पद मातू राम की जलेबी है? जिसके बाद इस राजनीतिक पृष्ठभूमि में जलेबियों को लेकर कई मीम्स और फोटो भी वायरल हुए। (Photo Source: Narendra Modi/Facebook)
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सोशल मीडिया पर जलेबियों के कारखानों और रोजगार को लेकर मीम्स बनने लगे। कुछ तस्वीरों में जलेबियों को खेतों में उगता हुआ दिखाया गया, तो कुछ में जलेबी के बीज बनने की बात की गई। (Photo Source: Rahul Gandhi/Facebook)
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हरियाणा विधानसभा चुनाव के मतगणना के बीच कांग्रेस और बीजेपी के नेताओं के बीच इस मुद्दे पर जबरदस्त ट्रोलिंग अभी भी जारी है, जिससे यह चुनावी जलेबी और भी मीठी हो गई है। (Photo Source: Rahul Gandhi/Facebook)
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बता दें, गोहाना की इन जलेबियों का इतिहास भी दिलचस्प है। ये जलेबियां मातूराम द्वारा 1958 में शुरू की गई थीं और अब उनके पोते रमन और नीरज गुप्ता द्वारा चलायी जा रही हैं।(Photo Source: The Haryana Junction/Facebook)
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यह जलेबी शुद्ध देसी घी से बनाई जाती है, और हर जलेबी का वजन लगभग 250 ग्राम होता है। जलेबियों की कीमत एक किलो के चार पीस के डिब्बे के लिए 320 रुपये है। (Photo Source: The Haryana Junction/Facebook)
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इस तरह, गोहाना की जलेबियां अब केवल एक मिठाई नहीं रह गई हैं, बल्कि यह हरियाणा के चुनावी माहौल का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुकी हैं, जहां राजनीतिक दल एक दूसरे को चुटकियां लेते नजर आ रहे हैं। (Photo Source: Rahul Gandhi/Facebook)
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