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हर रोज़ अखबारों में आपने एक हिस्सा ज़रूर देखा होगा, जिसमें लापता हुए लोगों की तलाश के लिए विज्ञापन दिए गए होते है, ये और बात है कि हम उस हिस्से को अनदेखा कर आगे बढ़ जाते हैं। लगभग हर मामले में ये होता है कि या तो गुमशुदा व्यक्ति को ढूंढ़ लिया जाता है या कोई बुरी खबर परिवार वालों को मिलती है। लेकिन कुछ घटनाएं ऐसी भी हुई हैं जिनमें लापता व्यक्ति के बारे में कोई सुराग नहीं मिल पाया। उनका गायब होना एक रहस्य बनकर रह गया। आइए जानते हैं ऐसे ही कुछ हाईप्रोफाइल मामलों के बारे में(Photos: Social Media):
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नटवर लाल – ठगों के किस्से तो आपने ज़रूर सुने होंगे लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक ऐसा ठग भी था जिसने लाल किला, ताजमहल और सांसदों सहित पूरा संसद भवन ही बेच दिया। लेकिन वो गायब क्या हुआ आजतक उसका सुराग नहीं मिल पाया। बिहार के सीवान ज़िले में जन्मे मिथिलेश कुमार श्रीवास्तव उर्फ़ नटवरलाल पहले तो वकील था लेकिन बाद में ठगी करने लगा। पुलिस ने उसे 9 बार पकड़ा लेकिन हर बार वो गिरफ्त से भाग निकला। 1996 में नटवरलाल को आखिरी बार देखा गया जब पुलिस उसे एम्स हॉस्पिटल ले जा रही थी।
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डी. बी. कपूर – एफबीआई के सबसे ज्यादा दिन चलने वाले अनसुलझे केसों में से एक केस था डी. बी. कपूर का। उसने 24 नवंबर 1971 को पोर्टलैंड एयरपोर्ट से उड़ें विमान को हवा में ही हाईजैक कर लिया। प्लेन में सवार 36 यात्रियों की जान के बदले में उसने 4 पैराशूट, 2 लाख डॉलर कैश की मांग की। थोड़े समय बाद कपूर ने पायलट को फ्लाइट मैक्सिको की तरफ़ मोड़ने का आदेश दिया,जिसे फ़ॉलो भी किया गया। लेकिन यात्री उस वक़्त हैरत में पड़ गए जब उसने अचानक प्लेन से छलांग लगा दी। 5000 फीट की ऊंचाई से कुदे उस शख़्स का कभी पता नहीं चल पाया।
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स्नेहा एना फिलिप – 10 सितंबर 2001 यानी अमेरिका के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हमले के एक दिन बाद अमेरिका के मैनहैटन से 31 वर्षीय भारतीय मूल की डॉक्टर स्नेहा फिलिप अचानक गायब हो गईं। उनके परिवार के मुताबिक़ वो हमले में घायल लोगों का उपचार कर रहीं थीं। उनके गायब होने पर एन. वाई. पी. डी. की एक रिपोर्ट में ये बात सामने आई कि स्नेहा दोहरी ज़िन्दगी जी रहीं थीं। पुलिस रिपोर्ट के मुताबिक़ उन्हें शराब की लत थी और वो एक लेस्बियन थीं, जिसके अन्य दो लड़कियों के साथ शारीरिक संबंध थे। पुलिस ने कई बातें कहीं जैसे या तो स्नेहा की हत्या कर दी गई या फिर वो खुद नई ज़िन्दगी की शुरुआत के लिए गायब हो गई हों। हालांकि उनके गायब होने पर किसी थ्योरी को सही नहीं माना गया, वो आज भी लापता हैं।
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कार्टर रामास्वामी – 1896 में पैदा हुए क्रिकेटर रामास्वामी ने 40 की उम्र में खेलना शुरू किया और वो मात्र दो ही अंतरराष्ट्रीय मैच खेल पाएं। एक क्रिकेटर होने के साथ साथ वो टेनिस प्लयेर भी थे और भारत की तरफ़ से डेविस कप भी खेल चुके थे। रामास्वामी जब अपने जीवन के आखिरी दिनों में थे , तब अचानक एक दिन घर से ही गायब हो गए। परिवार के सदस्यों ने उन्हें ढूंढने की बहुत कोशिश की, लेकिन उनके नहीं मिलने पर उन्हें मृत मान लिया गया।
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जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के छात्र नजीब अहमद 14 अक्तूबर 2016 से लापता हैं। 14 अक्टूबर की रात जेएनयू के माही मांडवी हॉस्टल में कुछ छात्रों के बीच झड़प हुई थी। इसके बाद नजीब का कहीं पता नहीं चला। नजीब के लापता होने पर पुलिस ने आईपीसी की धारा 365 के तहत मामला दर्ज किया था। क़रीब दो साल चली खोजबीन और पड़ताल के बाद केंद्रीय जाँच ब्यूरो (सीबीआई) ने नजीब अहमद का केस अक्तूबर 2018 में बंद कर दिया।
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जय टाइगर – जय नामक बाघ महाराष्ट्र के उमरेद कारहांडला बाघ अभयारण्य में लोगों का सबसे प्यारा बाघ था। 250 किलो का वो बाघ 18 अप्रैल 2016 को अचानक गायब हो गया। लोगों ने अपने प्यारे बाघ के लिए पूजा – पाठ ,हवन आदि करवाए, लेकिन गायब हुए बाघ के संबंध में कोई जानकारी नहीं मिल पाई।