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Draupadi Murmu Security: भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President Draupadi Murmu) ने सामरिक बल कमान में तैनात भारतीय सेना के एक मेजर को सेवा से बर्खास्त कर दिया है। मेजर उच्च स्तरीय जांच में निर्धारित राष्ट्रीय सुरक्षा (National Security) मानदंडों के उल्लंघन का दोषी पाया गया था। इस खबर के बीच आइए जानते हैं कैसी होती है राष्ट्रपति की सिक्योरिटी:
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राष्ट्रपति की सुरक्षा ना तो एसपीजी और ना ही एनएसजी के हाथों में होती है। इनकी सुरक्षा का जिम्मा प्रेसिडेंट्स बॉडीगार्ड (पीबीजी) के पास होता है।
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पीबीजी में सुरक्षाकर्मियों की तैनाती के मानक काफी उच्च हैं। पीबीजी भारतीय सेना की सर्वोच्च यूनिट होती है जो राष्ट्रपति भवन में ही रहती है। पीबीजी में भारतीय सेना से जाट, सिख और राजपूत सैनिकों को प्राथमिकता दी जाती है।
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पीबीजी में सैनिकों की संख्या निर्धारित है। इसमें 4 ऑफिसर, 11 जूनियर कमीशंड ऑफिसर और 161 जवान होते हैं। इन्हें एडमिनिस्ट्रेटिव सपोर्ट हासिल होता है।
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राष्ट्रपति की सुरक्षा में सिर्फ उन्हीं का सिलेक्शन होता है जिनकी लंबाई 6 फीट या इससे ज्यादा हो।
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दो साल के बेहद कठिन प्रशिक्षण के बाद ही किसी सैनिक को पीबीजी का हिस्सा बनाया जाता है। चयन होने वाले सैनिक अपने कमांडेंट के सामने अपनी तलवार पेश करते हैं, जिसको छूकर कमांडेंट उन्हें पीबीजी में शामिल करते हैं।तलवार पेश करने का मतलब होता है कि मेरा हथियार और मेरा जीवन आज के बाद आपके हाथों में है।
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राष्ट्रपति के पीबीजी यूनिट में बेहद खूबसूरत और मजबूत घोड़े भी शामिल होते हैं। (All Photos: PTI)
