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भारत के गौरव, भारतीय वायु सेना के ग्रुप कैप्टन और अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला जब Axiom-4 मिशन के तहत अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन की उड़ान भर रहे थे, तब केवल देश ही नहीं, बल्कि उनका परिवार भी गर्व और भावनाओं से भर उठा। (Photo Source: axiomspace.com)
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लेकिन इस ऐतिहासिक उपलब्धि के पीछे अगर किसी का सबसे बड़ा हाथ माना जाए, तो वह हैं उनकी जीवनसंगिनी डॉ. कामना मिश्रा, जो सिर्फ एक पत्नी नहीं, बल्कि शुभांशु की प्रेरणा, ताकत और सबसे बड़ी चीयरलीडर भी हैं। (Photo Source: @gagan.shux/instagram)
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बचपन की दोस्ती से प्यार और फिर शादी तक का सफर
लखनऊ निवासी शुभांशु शुक्ला और कामना मिश्रा की कहानी किसी फिल्मी स्क्रिप्ट से कम नहीं। दोनों की मुलाकात कक्षा 3 में हुई थी और तभी से दोनों एक-दूसरे के सबसे अच्छे दोस्त बन गए। समय के साथ दोस्ती ने प्यार का रूप लिया और फिर दोनों ने परिवार की सहमति से शादी कर ली। (Photo Source: @gagan.shux/instagram) -
आज उनके जीवन में एक नन्हा सा प्यारा बेटा सिड भी है, जो सिर्फ 6 साल का है। कामना ने एक इंटरव्यू में बताया था कि: “हमने क्लास 3 से साथ पढ़ाई की है। शुभांशु बहुत शर्मीले और शांत स्वभाव के थे, लेकिन आज वो लाखों लोगों के लिए प्रेरणा बन चुके हैं।” कामना ने यह भी बताया था कि शुभांशु का पहला प्यार हमेशा से आसमान रहा है। (Photo Source: @gagan.shux/instagram)
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कौन हैं डॉ. कामना मिश्रा?
डॉ. कामना मिश्रा पेशे से एक डेंटिस्ट हैं। उन्होंने न सिर्फ अपने करियर को संजोया, बल्कि शुभांशु के लंबे और कठिन ट्रेनिंग व मिशन शेड्यूल के बीच परिवार को संभालने का जिम्मा भी पूरी निष्ठा से निभाया। (Photo Source: @gagan.shux/instagram) -
अंतरिक्ष जैसे कठिन क्षेत्र में कार्यरत पति के साथ जीवन बिताना आसान नहीं होता, लेकिन कामना ने हर चुनौती को पूरी ताकत और धैर्य से निभाया। (Photo Source: @gagan.shux/instagram)
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एक भावुक विदाई संदेश
अंतरिक्ष की ओर रवाना होने से पहले शुभांशु ने इंस्टाग्राम पर अपनी पत्नी के लिए एक भावनात्मक संदेश लिखा, जो दिल छू लेने वाला था: “कामना को विशेष धन्यवाद, क्योंकि आप एक बेहतरीन साथी हैं। आपके बिना यह सब संभव नहीं था, लेकिन इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि इनमें से कोई भी बात मायने नहीं रखती।” (Photo Source: @gagan.shux/instagram) -
इसके साथ उन्होंने एक तस्वीर शेयर की जिसमें वो और कामना एक कांच की दीवार के दो तरफ खड़े होकर विदाई के पल को जी रहे थे। (Photo Source: @gagan.shux/instagram)
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परिवार की प्रतिक्रिया: बहू का अहम रोल
शुभांशु की मां आशा शुक्ला ने ANI से बात करते हुए कहा: “यह हमारे लिए गर्व का क्षण है। यह सब हमारी बहू की वजह से संभव हुआ। उसने हर कदम पर शुभांशु का साथ दिया और उसे मानसिक मजबूती दी।” (Photo Source: @gagan.shux/instagram) -
शुभांशु के पिता शंभूनाथ शुक्ला, जो एक रिटायर्ड सरकारी अधिकारी हैं, ने बेटे की कामयाबी पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि उनका बेटा मिशन में सफलता पाएगा। (Photo Source: @gagan.shux/instagram)
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Axiom-4 मिशन और शुभांशु का योगदान
25 जून 2025 को शुभांशु शुक्ला ने Axiom-4 मिशन के तहत स्पेसएक्स के Crew Dragon कैप्सूल में उड़ान भरी। यह मिशन भारत के लिए ऐतिहासिक है क्योंकि 41 वर्षों बाद कोई भारतीय अंतरिक्ष की ओर गया है। शुभांशु, जो पहले एक फाइटर पायलट थे, अब एक अंतरिक्ष यात्री के रूप में देश का नाम ऊंचा कर रहे हैं। (Photo Source: axiomspace.com)
(यह भी पढ़ें: AXIOM-4 Mission: लखनऊ से अंतरिक्ष तक का सफर, जानिए कितने पढ़े-लिखे हैं शुभांशु शुक्ला और क्या करता है परिवार)
