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उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को सुप्रीम कोर्ट की तरफ से सरकारी बंगले को खाली कराने का आदेश दिया गया था। 2 जून को अखिलेश यादव ने बंगले को खाली किया, लेकिन अखिलेश के बंगले से निकलते ही बंगला खंडहर में तब्दील हो गया। अखिलेश पर आरोप लगाए गए कि उन्होंने गुस्से में आकर बंगले में तोड़-फोड़ की। खाली होने के बाद बंगले की चाभी जब सरकारी महकमे को मिली तो बंगले के अंदर चीजें तहस-नहस पाई गई। ऐसे में सरकार जल्द ही बंगले में की गई तोड़फोड़ की जांच कराएगी। इस विवाद के बाद से बीजेपी लगातार सपा को घेरने की कोशिश कर रही है। दोनों ही पार्टियों के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है। (एक्सप्रेस फोटो – विशाल यादव)
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वहीं समाजवादी पार्टी के लोगों का कहना है कि अखिलेश यादव इस बंगले से महज वो चीजें ही लेकर गए हैं, जिनकी उन्हें जरूरत थी। पार्टी के लोगों के मुताबिक अखिलेश ने अपने बंगले में शौक के लिए कई चीजों को रखा था, जिन्हें वह जाते समय अपने साथ लेकर चले गए। बता दें कि घर से टाइल्स, टोंटी, पौधे, और भी कई चीजें गयाब है। वहीं स्विमिंग पुल और साइकल ट्रैक पूरी तरह से टूटे हुए हैं। हालांकि, अखिलेश ने इस मामले पर सफाई देते हुए कहा कि मेरी राजनीति छवि को बिगाड़ने की जरूरत नहीं है, वह सभी समान को वापस कर देंगे। (एक्सप्रेस फोटो – विशाल यादव)
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बंगला खाली होने के कुछ ही समय बाद सोशल मीडिया पर बंगले के अंदर की तस्वीरें तेजी के साथ सोशल मीडिया पर वायरल होने लगी। तस्वीर के वायरल होते ही लोगों अखिलेश की आलोचनाएं करनी शुरू कर दी। बंगले के अंदर की तस्वीरों को लेकर अखिलेश यादव ने कहा कि मीडिया बंगले के कुछ हिस्सों की तस्वीरों को बढ़ा-चढ़ा कर दिखाने का काम कर रही है। (एक्सप्रेस फोटो – विशाल यादव)
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वहीं इस मामले पर बीजेपी प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा कि अखिलेश यादव ने ऐसा कर अपनी हताशा को दर्शाया है। अगर बंगले से एसी गायब होती है तो समझ में आता है कि उसका इस्तेमाल दोबारा किया जा सकता है, लेकिन टाइल्स और टोंटिया निकलवाने का कोई मतलब नहीं है। उन्होंने एक बच्चे की तरह व्यवहार किया है। (एक्सप्रेस फोटो – विशाल यादव)
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बीजेपी प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने आगे कहा कि इससे पहले भी सुप्रीम कोर्ट के ऑर्डर पर मुलायम सिंह यादव, मायवती और राजनाथ सिंह अपना सरकारी बंगला खाली कर चुके हैं। उस दौरान बंगले की हालत इतनी खराब नहीं थी, फिर अखिलेश के खाली करते ही बंगला खंडहर कैसे बन गया। (एक्सप्रेस फोटो – विशाल यादव)
शिफ्ट होने के साथ ही अखिलेश यादव ने आधिकारिक तौर पर अपना सरकारी बंगला राज्य संपति विभाग को हैंडओवर कर दिया। अखिलेश यादव ने इसे अपने मुख्यमंत्री रहते ही बनवाया था, इसको भव्य रूप देने और साज सज्जा में दो बार में 42 करोड़ रुपए खर्च किए गए थे। (एक्सप्रेस फोटो – विशाल यादव) -
राज्य संपत्ति विभाग के अधिकारी योगेश कुमार शुक्ला ने इस मामले को लेकर कहा कि हम बंगले को देखेंगे कि उसे क्या नुकसान पहुंचाया गया है या फिर जो सामान संपत्ति विभाग की ओर से लगवाया गया था उसमें कोई सामान कम है उसके बाद ही हम बंगले के मालिक को नोटिस देंगे। (एक्सप्रेस फोटो – विशाल यादव)
