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अचानक से बीच रास्ते में राजीव ने अपनी जीप रोक दी। कार के रुकते ही सुरक्षाकर्मियों की करें भी रुक गईं। इसके बाद राजीव अपनी जीप से उतरे और अपने ठीक पीछे आ रही एस्कॉर्ट कार का दरवाज़ा खोला और उसकी चाबी निकाल लीं।
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खुशवंत सिंह ने अपनी किताब ‘सच, प्यार और थोड़ी सी शरारत’ के अनुसार धीरेंद्र ने मेनका को बताया था कि सोनिया गांधी जिद पर अड़ी हैं कि अगर आपको ये पद दिया तो वे अपने परिवार समेत इटली चली जाएंगी।(<a href=" https://www.jansatta.com/photos/lifestyle-gallery/sonia-gandhi-and-rajiv-gandhi-were-the-reason-behind-maneka-gandhi-expulsion-from-her-in-laws-house-said-indira-gandhi-was-a-helpless-mother/1744794/ "> ‘सोनिया-राजीव गांधी के कारण ससुराल से मुझे गया था निकाला’, मेनका गांधी ने कहा था-इंदिरा गांधी एक बेबस मां थीं </a> )
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1 जुलाई 1985 की बात है। वायुसेना अध्यक्ष एयर चीफ़ मार्शल लक्ष्मण माधव काटरे का निधन पर अपना शोक जताने प्रधानमंत्री राजीव गांधी और सोनिया गांधी उनके निवास पर गए थे। (<a href=" https://www.jansatta.com/photos/lifestyle-gallery/indira-gandhi-wanted-to-get-rajiv-gandhi-married-with-raj-kapoor-daughter-ritu-nanda/1732755/"> राज कपूर की बेटी ऋतु संग इंदिरा गांधी ने देखा था एक सपना, राजीव गांधी ने नहीं होने दिया था पूरा</a> )
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जून 1980 में विमान हादसे में संजय गांधी की मौत के बाद गांधी परिवार ही नहीं कांग्रेस की राजनीति में भी एक बड़ा परिवर्तन होने का अंदेशा हो गया था। (<a href=" https://www.jansatta.com/photos/lifestyle-gallery/secret-of-rajiv-gandhi-sonia-gandhis-wedding-clothes-know-why-there-was-a-ruckus-over-the-red-saree/1736922/"> सोनिया गांधी की शादी के जोड़े से जुड़ा है एक राज, ‘रेड साड़ी’ पर जानें क्यों मचा था कभी बवाल </a> )
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संजय गांधी के बाद गांधी परिवार के सामने उत्तराधिकारी का संकट खड़ा हो गया था क्योंकि राजीव और सोनिया राजनीति से हमेशा दूर रहे थे। लेकिन इंदिरा गांधी के पास कोई और विकल्प नहीं था।
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राजीव गांधी के साथ उनका पूरा मोटरकेड भी था। उस वक्त एसपीजी इस बात को लेकर सुनिश्चित नहीं थी कि सोनिया अपने कार में बैठेंगी या पीएम की कार में। लेकिन जब वह पीएम राजीव गांधी की कार में बैठीं तो सोनिया के सुरक्षाकर्मी भी उसी मोटरकेड में साथ साथ चलने लगे थे।
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सोनिया गांधी ने राजीव गांधी के राजनीति में आने का पुरजोर विरोध किया लेकिन वक्त के साथ उन्हें लगने लगा कि इंदिरा गांधी को राजीव गांधी की जरूरत है।
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मेनका ने अपनी जेठानी सोनिया के लिए कहा था कि, वह जहां तक सोनिया को जानती हैं, यह सब कुछ संपत्ति और दौलत के लिए किया गया था।
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सोनिया को लग रहा था कि राजीव गांधी को बली का बकरा बनाया जा रहा हैद्ध वह बिल्कुल निश्चिंत थी कि राजनीति उन्हें बर्बाद कर देगी और उनकी खुशियों का अंत भी। (All Photos PTI)
