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‘मेरा नाम जोकर’ सबसे बड़ी फ्लॉप होने के बाद राज कपूर दिन-रात नशे में डूबे रहते थे। लेकिन एक दिन जब उन्हें होश आया तो उनके दिमाग में पहला नाम केए अब्बास का आया था। अब्बास राज कपूर के दोस्त और सबसे प्रिय राइटर थे।
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अली पीटर जॉन ने मायापुरी मैग्जीन में राज कपूर के उन दिनों के बारे में बताया है जब वह अपने जीवन के सबसे कठिन समय से गुजर रहे थे।
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नश के हालात में ही राज कपूर अब्बास के कार्यालय में निकल पड़े, जो कि पाँचवीं मंजिल पर थ्रा वहां कोई लिफ्ट भी नहीं थी। राज इतने नशे में थे कि उनके मैनेजर बिबरा और एक अन्य दोस्त किसी तरह पकड़ कर अब्बास के कार्यालय तक पहुंचा सके थे।
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शराब से नफरत करने वाले अब्बास के कार्यालय में शराब पीकर कोई नहीं जा सकता था, लेकिन राज कपूर जब पहुंचे तो उनकी हालत देखकर अब्बास उन्हें अंदर आने से मना नहीं कर सके।
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राज कपूर हाथ जोड़े और आंखों में आंसू लिए अब्बास को देखते ही वह एक ही रट लगाते रहे थे कि, मैं बर्बाद हो गया, सिर्फ तुम मुझे और आरके स्टूडियोज को बचा सकते हो।
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राज कपूर अब्बास से एक और फिल्म की कहानी लिखवाना चाहते थे। अब्बास ने राज के हालात को देखते हुए उनसे कहा कि वह तीन दिन में एक कहानी लिखकर देंगे।
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राज ने अब्बास को बता दिया था कि उनके पास और कोई रास्ता नहीं है, वह ऋषि कपूर के साथ फिल्म बनाना चाहते हैं और इसके लिए ही अब्बास को कहानी लिखने के लिए कहा था।
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तीन दिन बाद अब्बास ने कहानी लिखकर राज को दे दी और ये फिल्म बॉबी थी और इस फिल्म के बाद राज कपूर का सारा कर्ज खत्म हो गया था।Photos: Social Media
