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प्राचीन भारत के महान विद्वानों और महाभारत के प्रमुख पात्रों में एक विदुर ने नीति शास्त्र की रचना की जिसमें उन्होंने जीवन के हर पहलू को बेहद ही सरल तरीके से समझाया है। (Photo: ChatGPT) गीता उपदेश: बुरी तरह उलझी हुई है जिंदगी तो याद कर लें गीता के यह सात उपदेश, सब लगने लगेगा आसान
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विदुर, व्यास के पुत्र और पांडवों के सलाहकार थे। उन्होंने यम यानी धर्मा का अवतार माना जाता है। उन्होंने शास्त्रों, वेदों और राजनीति का अच्छा ज्ञान था। उनके द्वारा लिखी गई विदुर नीति में बताया गया है कि व्यक्ति किससे बैर नहीं लेना चाहिए और पैसे को लेकर कौन सी गलती नहीं करनी चाहिए। (Photo: Meta AI)
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1- विदुर नीति के अनुसार जिस पैसे को अर्जित करने में मन और शरीर का क्लेश हो उसे पाने का विचार त्याग देना चाहिए।
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2- जिस पैसे को पाने के लिए धर्म का उल्लंघन करना पड़े उसे भी त्याग देना चाहिए। चाणक्य नीति: बार-बार हो रहे हैं फेल तो याद रखें चाणक्य की ये सात बातें, हर हाल में होंगे सफल
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3- जिस पैसे को पाने के लिए शत्रु के सामने अपना सिर झुकाने की बाध्यता उपस्थित हो ऐसे धन को प्राप्त करने का विचार त्याग देना उचित है।
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4- बुद्धिमान व्यक्ति के प्रति अपराध कर कोई दूर भी चला जाए तो चैन से न बैठे, क्योंकि बुद्धिमान व्यक्ति की बाहें लंबी होती हैं और समय आने पर वह अपना बदला जरूर लेता है।
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5- जो विश्वास का पात्र नहीं है, उसका तो कभी विश्वास नहीं कर सकते हैं। लेकिन जो विश्वास के योग्य है उस पर भी अधिक विश्वास नहीं करना चाहिए। विदुर नीति: जिन लोगों में होते हैं ये आठ गुण, एक न एक दिन कामयाब जरूर होते हैं
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6- जो व्यक्ति बिना पूछे ही बोलने लगे उसपर कभी भी विश्वास नहीं करना चाहिए।
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7- जो व्यक्ति अपना आदर-सम्मान होने पर अधिक प्रसन्न नहीं होता, अनादर होने पर क्रोधित नहीं होता और जिसका मन शांत रहता है वही एक दिन महान बनता है। गीता उपदेश: हार को जीत में बदलना है तो याद रखें गीता के यह दस उपदेश