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अनंत अंबानी और राधिका मर्चेंट के शुभ आशीर्वाद समारोह में देश के कई दिग्गज लोग पहुंचे। इस दौरान वर-वधु को देश के कई आध्यात्मिक गुरुओं का भी आशीर्वाद मिला। जिसमें बाबा रामदेव से लेकर बागेश्वर धाम के धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री तक शामिल थे। (ANI)
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शुभ आशीर्वाद समारोह में बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का खास अंदाज दिखा। इस इवेंट में उन्होंने वैदिक काल की झलक दिखाई। (@varindertchawla/Insta)
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दरअसल, धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री दोनों को आशीर्वाद देने खड़ाऊ पहनकर पहुंचे थे। खड़ाऊ का हिंदू धर्म में बेहद ही खास महत्व है। धर्म के साथ ही खड़ाऊं का सेहत से भी खास नाता है। आइए जानते हैं: (PTI)
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खड़ाऊ लकड़ी की चप्पल होती है जिसे पहनने का चलन वैदिक काल से ही चला आ रहा है। साधु-संत आज भी खड़ाऊ पहनते हैं। खड़ाऊ पहनने के पीछे की मान्यता धार्मिक होने के साथ-साथ वैज्ञानिक महत्व भी है। इसे पहनने से कई सारी बीमारियों के होने का खतरा कम हो जाता है। (@varindertchawla/Insta)
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गुरुत्वाकर्षण के सिद्धांत के मुताबिक धरती हर एक चीज को अपनी और खींचती है। ऐसे में मनुष्य के शरीर से निकलने वाली विद्युत तरंगे जमीन में चली जाती हैं। ऐसे में खड़ाऊ इन तरंगों को जमीन में जाने से रोकने में मदद करता है।(@varindertchawla/Insta)
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खड़ाऊ के पहनने से तलवे की मांसपेशियां मजबूत होती हैं और एक्यूप्रेशर भी सही रहता है जिसके चलते शरीर कई बीमारियों से बचा रहता है। (@varindertchawla/Insta)
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खड़ाऊ पहनने से शरीर का संतुलन सही ढंग से बना रहता है जिसका रीढ़ की हड्डी पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। (@varindertchawla/Insta)
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इसके साथ ही खड़ाऊ पहनने से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन सही ढंग से बना रहता है। (@varindertchawla/Insta)
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खड़ाऊ पहनने से शरीर में सकारात्मक ऊर्जा विकसित होती है। (PTI)